Chittorgarh चिकित्सा विभाग की और से डेंगू-मलेरिया पर लगाम कसने की तैयारी

Chittorgarh चिकित्सा विभाग की और से डेंगू-मलेरिया पर लगाम कसने की तैयारी
 
Chittorgarh चिकित्सा विभाग की और से डेंगू-मलेरिया पर लगाम कसने की तैयारी
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ राज्य में मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम कसने के लिए चिकित्सा विभाग अब टेक्नोलॉजी का सहारा लेगा। केन्द्र सरकार की ओर से इस वर्ष मच्छर जनित बीमारियों के अधिक फैलने की आशंका के बाद राज्य में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने ओडीके एप ओपन डाटा किट का सहारा लेने का निर्णय किया है। इस नवाचार के तहत अब मौसमी बीमारियों की मॉनिटरिंग विभाग की ओर से ओपन डाटा किट से की जाएगी। इस नवाचार से राज्य में मौसमी बीमारियों की स्थिति की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी और बचाव व रोकथाम के लिए तत्काल कारगर कदम उठाए जा सकेंगे।

नगर निकायों और पंचायतों को लेना होगा एक्शन: चिकित्सा विभाग ओपन डाटा किट से मच्छर जनित बीमारियों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करेगा।एप से मच्छर के प्रजनन व लार्वा पाए जाने वाले स्थानों की फोटो लेकर स्वायत्त शासन विभाग या  पंचायती राज विभाग को भेजना होगा। फोटो मिलने के बाद संबंधित विभाग उन स्थानों पर एंटी लार्वा, मच्छर रोधी गतिविधियां कर आमजन को बीमारियों से बचाएंगे।

इनकी रहेगी जिमेदारी

फील्ड में भ्रमण के दौरान मच्छर के प्रजनन स्थानों की पहचान कर फोटो लेने का कार्य एएनएम, आशा, सीएचओ, एमपीडब्ल्यू, डीबीसी वर्कर, ब्लॉक स्तर से बीपीएम, ब्लॉक सुपरवाइजर, बीसीएमओ, जिला स्तर से एन्टोमोलोजिस्ट, वीबीडी कन्सलटेन्ट, एपिडेमियोलोजिस्ट, डिप्टी सीएमएचओ, सीएमएचओ, जोन एवं राज्य स्तरीय अधिकारी करेंगे।

इन स्थानों की भेजनी होंगी तस्वीरे

मच्छर प्रजनन के सभावित स्थान, सड़क पर पड़ा हुआ कचरा, नाली में सफाई के अभाव में ठहरा पानी, गड्ढ़ों में भरा पानी, खाली भूखण्ड में कचरा, पानी, बड़े जल स्रोतों जैसे तालाब, पोखर, बावड़ी में कचरा, घर के बाहर पानी के अन्य स्त्रोत टंकी आदि।