Chittorgarh एक साल में भी शुरू नहीं हुआ टोल फ्री नंबर, पशुपालक परेशान
चित्तौरगढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ बीमार पशुओं को तुरंत उपचार की सुविधा मिले इसके लिए सरकार की ओर से पिछले साल टोल फ्री नंबर 1962 जारी किया था, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी यह टोल फ्री नंबर चालू नहीं हो सका है। ऐसे में पशुओं को समय पर उपचार मिलने में परेशानी हो रही है। चित्तौडग़ढ़ जिले में वर्तमान में करीब 14 लाख गाय, भैंस, बकरी, भेड़, ऊंट आदि पशु हैं। गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के नि:शुल्क समाधान के लिए यह नंबर जारी किया था, जिससे कि तुरंत उपचार मिल सके। पहले 24 फरवरी को टोल फ्री नंबर चालू होना था लेकिन, अब अक्टूबर में इसे शुरू करने की योजना है। मोबाइल वैन पर टोल फ्री नंबर लिखा हुआ है, मगर डायल करने पर कोई जवाब नहीं मिल रहा है। टोल फ्री नम्बर को सक्रिय करने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किया जा रहा है। सभी वैन के कोर्डिनेटर को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा चुका है और टोल फ्री नंबर 1962 भी अक्टूबर माह तक शुरू होने की संभावना है।
मोबाइल वैन से हो रहा नि:शुल्क उपचार
टोल फ्री नंबर तो चालू नहीं हो सका है लेकिन, मोबाइल वैन की सुविधा शुरू कर दी गई है। जिले में पशुधन स्वास्थ्य एवं पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत अधिक सुविधाएं देने के लिए सरकार की ओर से मोबाइल वैन की सुविधा शुरू की गई है। इस मिशन में जिले को कुल 13 मोबाइन वैन उपलब्ध कराई गई हैं। सभी ब्लॉक में एक मोबाइल वैन दी गई है। जबकि चित्तौडग़ढ़ में तीन वैन हैं।