Pratapgarh नर्सरियों में नेटवर्क नहीं होने से वितरण में असमंजस, बढ़ी परेशानी

Pratapgarh नर्सरियों में नेटवर्क नहीं होने से वितरण में असमंजस, बढ़ी परेशानी
 
Pratapgarh नर्सरियों में नेटवर्क नहीं होने से वितरण में असमंजस, बढ़ी परेशानी

प्रतापगढ न्यूज़ डेस्क,  वन विभाग की ओर से नर्सरियों में पौधे तैयार है। वहीं गत एक माह से पौधे वितरित किए जा रहे हैं। इसके लिए ऑनलाइन एंट्री की जा रही है। लेकिन कई नर्सरियों पर नेटवर्क की समास्या होने के कारण अधिकांश समय ऑनलाइन एंट्री नहीं हो पा रही है। जिससे सरकारी संस्थाओं को समय पर पौधे नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में विभाग की माथापच्ची भी बढ़ गई है। गौरतलब है कि जिले में पौधरोपण के लिए 19 नर्सरियों में 6 लाख 36 हजार 725 पौधे तैयार किए गए थे। वहीं गत एक माह से नर्सरियों में पौधों का वितरण किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत प्रतापगढ़ जिले की सभी 6 रेंज प्रतापगढ़, देवगढ़, धरियावद, लसाडिया, छोटीसादडी, पीपलखूंट की 19 नर्सरियों में 6 लाख 36 हजार पौधे तैयार किए गए। इनमें से अब तक 3 लाख 12 हजार 970 पौधे वितरित हो चुके है। इन पौधों की एंट्री ऑनलाइन की जा ही है। लेकिन कई बार नर्सरियों पर नेटवर्क की समस्या होती है। जिससे ऑनलाइन एंट्री नहीं हो पा रही है।

इन प्रजातियों के पौधे

जिले की नर्सरियों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे उपलब्ध है। जिसमें आम, नीम, बांस, बैर, बहेड़ा, आंवला, रायण, करंज, मौलश्री, गुलमोहर, सहजन, अर्जुन, अशोक, चुरेल, जंगल जलेबी, सागवान, कचनार व अन्य छायादार फलदार, फूलदार सहित कई प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हैं।

ऑनलाइन की गई हैं व्यवस्था

वन विभाग की ओर से जिले के 19 नर्सरियों में पौधे तैयार किए गए है। इनमें वितरण के लिए साढ़े 6 हजार पौधे तैयार किए थे। इनमें से तीन लाख से अधिक पौधे वितरित हो चुके है। सभी नर्सरियों पर पौधों की एंट्री ऑनलाइन की जा रही है। कभी-कभी नेटवर्क की समस्या होती है। लेकिन उसी दिन में एंट्री करने के प्रयास किए जा रहे हैं।