विधानसभा में जिले खत्म करने के मुद्दे पर गतिरोध दूर, वीडियो में देखें बड़ी खबर

विधानसभा में जिले खत्म करने के मुद्दे पर गतिरोध दूर, वीडियो में देखें बड़ी खबर
 
विधानसभा में जिले खत्म करने के मुद्दे पर गतिरोध दूर, वीडियो में देखें बड़ी खबर

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर विधानसभा में जिलों के मुद्दे पर स्थगन को अनुमति देकर वापस लेने के मुद्दे पर बना गतिरोध दूर हो गया। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने जिलों को खत्म करने को लेकर लगे स्थगन प्रस्ताव पर अब कल अनुमति देने की व्यवस्था दी है। स्पीकर ने कहा- कल नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी और गंगापुर विधायक रामकेश मीणा को बोलने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद मंत्री जवाब देंगे।स्पीकर ने कहा- न मैं पक्ष के और न विपक्ष के दबाव में हूं, यह साफ कह रहा हूं। इस नाते इस मुद्दे पर मैंने नियमावली को देखा है। एक ही व्यवस्था हो सकती है कि आज जो व्यवस्था हो गई। कल इस स्थगन पर दो सदस्यों को बोलने की अनुमति दी जाएगी।

इससे पहले स्पीकर वासुदेव देवनानी ने शून्यकाल में विपक्ष को मुद्दा उठाने की अनुमति दी थी, लेकिन बाद में फैसला वापस ले लिया। इससे नाराज कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ा तो देवनानी ने कुछ देर के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।इससे पहले विधानसभा में आज प्रश्नकाल शुरू होते ही दो मुद्दों को लेकर सदन में खींचतान के हालात बन गए। स्पीकर ने सवालों के जवाब पढ़े हुए माने जाने और सीधे पूरक सवाल पूछने की व्यवस्था लागू करने की घोषणा की। इस पर मंत्रियों ने विरोध किया।

हरिमोहन शर्मा ने पंचायती राज के तबादलों को लेकर तंज कसा

राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा- अंतर्विरोध मुख्यमंत्री को कमजोर कर रहे हैं। अलग-अलग संभाग पर अलग-अलग मुख्यमंत्री बने हुए हैं। कोटा संभाग के मुख्यमंत्री अलग, बीकानेर और जोधपुर के मुख्यमंत्री के अलग हैं, जयपुर के मुख्यमंत्री अलग हैं।शर्मा ने पंचायती राज के तबादलों में गड़बड़ियों को लेकर सरकार पर जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा- पंचायती राज में तबादलों का यह हाल था कि 1000 तबादलों पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। हिंदुस्तान में यह रिकॉर्ड बन गया है, इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है। हरिमोहन शर्मा ने मंत्री दिलावर से कहा- मैं आपकी बेशर्मी के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। मंत्री दिलावर ने कहा कि स्टे का कोई आधार तो होगा।

कांग्रेस विधायक घोघरा ने की टिप्पणी

वहीं, जनजातीय इलाकों में महिला छात्रावास खोले जाने से जुड़े सवाल पर गणेश घोघरा की मंत्री पर की गई टिप्पणी से हंगामा हो गया। कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने कहा- जनजाति विकास विभाग महिला छात्रावास क्यों नहीं खोलना चाहता है।इस पर जनजाति विकास (TAD) मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा- हमारा विभाग महिला छात्रावास नहीं खोलता है, यह नियमों में नहीं है। अगर आपको लगता है तो सरकार वृद्ध आश्रम चलती है। वहां महिला और पुरुष दोनों रह सकते हैं।

स्पीकर बोले- मंत्री पर टिप्पणी नहीं करोगे

इस पर गणेश घोघरा ने सवाल उठाते हुए कहा कि मंत्री जी, आप फिर TAD मंत्री क्यों बने हैं। जब जनजाति का विकास ही नहीं कर सकते। गणेश घोघरा की टिप्पणी पर स्पीकर ने आपत्ति जताते हुए कहा- आप सीधे कमेंट नहीं कर सकते, आप सवाल पूछ सकते हैं। मंत्री पर टिप्पणी नहीं करोगे।घोघरा ने कहा- आप स्कूलों में नामांकन क्यों नहीं बढ़ाना चाहते, आप आदिवासियों को हक दिलाना चाहते हो या नहीं। मंत्री ने कहा कि यह नियमों में है कि हम स्कूल ज्यादा नहीं खोल सकते।

हरिमोहन शर्मा बोले- हर संभाग पर अलग-अलग मुख्यमंत्री बने हुए हैं

हरिमोहन शर्मा ने कहा- अंतर्विरोध मुख्यमंत्री को कमजोर कर रहे हैं। अलग-अलग संभाग पर अलग-अलग मुख्यमंत्री बने हुए हैं। कोटा संभाग के मुख्यमंत्री अलग, बीकानेर और जोधपुर के मुख्यमंत्री के अलग हैं, जयपुर के मुख्यमंत्री अलग हैं।शर्मा ने कहा- हाईकोर्ट ने पंचायती राज के 1000 ट्रांसफर पर रोक लगा दी है। हिंदुस्तान में यह रिकॉर्ड बन गया है, इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है। हरिमोहन शर्मा ने मंत्री दिलावर से कहा- मैं आपकी बेशर्मी के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। मंत्री दिलावर ने कहा कि स्टे का कोई आधार तो होगा।

कांग्रेस विधायक के आरोपों पर सदन में जमकर हंगामा

राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने पंचायती राज के तबादलों में गड़बड़ियों को लेकर सरकार पर जमकर तंज कसे। हरिमोहन शर्मा ने कहा- पंचायती राज में तबादलों का यह हाल था कि उनके किए गए 1000 तबादलों पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी।इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा- कोर्ट के आदेशों की यहां विवेचना करना गलत है। सदन में कोर्ट के आदेशों पर चर्चा नहीं हो सकती। इसे लेकर विधानसभा में हंगामा हो गया। कई मंत्रियों ने हरिमोहन शर्मा की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई। जूली ने कहा- यहां सब बराबर के हैं। संसदीय कार्य मंत्री की डांट खाने के लिए विधायक नहीं आते हैं।

श्रीचंद कृपलानी बोले- डोटासरा का उपचुनाव में मोरिया बोल गया

राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने कहा- हमारे साथी कैलाश वर्मा ने गोविंद सिंह डोटासरा के गमछा घुमाने की बात का जिक्र किया था। लोकसभा चुनाव में इन्होंने संविधान के नाम पर लोगों को भड़काकर राजस्थान में 11 सीटें जीत ली, लेकिन उपचुनाव में मोरिया बोल गया।कृपलानी ने कहा- ये जहां-जहां भी गए कांग्रेस साफ हो गई। हरियाणा, महाराष्ट्र, जहां भी गमछा घूमा, वहां कांग्रेस साफ हो गई। डोटासरा ने राज्यपाल की उम्र को लेकर भी टिप्पणी की। राज्यपाल ने भी इन्हें जवाब देकर औकात दिखा दी।

स्पीकर ने कहा- मैं पक्ष-विपक्ष के दबाव में नहीं

स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा- न मैं पक्ष के न विपक्ष के दबाव में हूं, यह साफ कह रहा हूं। इस नाते इस मुद्दे पर मैंने नियमावली को देखा है। एक ही व्यवस्था हो सकती है कि आज जो व्यवस्था हो गई। कल इस स्थगन पर दो सदस्यों को बोलने की अनुमति दी जाएगी।

जिलों के मुद्दे पर गतिरोध दूर, कल विधानसभा में जिलों के स्थगन पर बोलेंगे कांग्रेस के दो विधायक

विधानसभा में जिलों के मुद्दे पर स्थगन को अनुमति देकर वापस लेने के मुद्दे पर बना हुआ गतिरोध दूर हो गया है। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अब कल जिलों को खत्म करने को लेकर लगे स्थगन प्रस्ताव पर अनुमति देने की व्यवस्था दी है। स्पीकर ने कहा कि कल नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी और गंगापुर विधायक रामकेश मीणा को बोलने की अनुमति दी जाएगी, इसके बाद मंत्री जवाब देंगे।