Dholpur 4 शुभ योगों के साथ सूर्य उपासना, फलदायी होगी संक्रांति

Dholpur 4 शुभ योगों के साथ सूर्य उपासना, फलदायी होगी संक्रांति
 
Dholpur 4 शुभ योगों के साथ सूर्य उपासना, फलदायी होगी संक्रांति
धौलपुर न्यूज़ डेस्क , धौलपुर सनातन धर्म में मकर संक्रांति का दिन बेहद खास माना जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। मगर बार संक्रांति के दिन 28 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है। जब शनि और शुक्र एक ही राशि में पहुंचेंगेे। जिसस यह कई राशि के जातकों के लिए फलदायी होगी। संक्रांति को अपराह्न 3.17 बजे से पुण्यकाल में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। संक्रांति मंगलवार 14 जनवरी को मनाई जाएगी।ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार सूर्य देव अभी उत्तरायण हैं। जैसे ही वे मकर राशि में प्रवेश करेंगे, वे दक्षिणायन हो जाएंगे। इसके साथ ही खरमास की समाप्ति भी हो जाएगी और तमाम शुभ कार्य फिर शुरू हो सकेंगे। इस बार मकर संक्रांति पर 4 महायोगों का निर्माण भी हो रहा है। ऐसा संयोग 24 वर्षों बाद देखा जा रहा है। जिससे यह और भी खास हो गया है। इन शुभ योगों के नाम कॉलव, बालव, प्रीति और विष्कुंभ हैं। इन शुभ योगों के बनने से मकर संक्रांति पर पूजा पाठ और सूर्य देव की उपासना करना और भी फलदायक होने जा रहा है। मकर संक्रांति के दिन शुक्र और शनि ग्रह के एक ही राशि में होने से आर्थिक स्थिरता और व्यापार के साथ कृषि में उन्नति की संभावना है। सोने के साथ धातु के बाजार में उछाल आने के संकेत हैं। इस दिन जातकों को अपनी राशि के अनुसार उचित चीजों का दान जरूर करना चाहिए।

पुष्य नक्षत्र और स्वग्राही योग

इस साल संक्रांति के दिन पुष्य नक्षत्र के साथ स्वग्राही योग बन रहा है। पुष्य नक्षत्र काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में संक्रांति के दिन दान और पूजा पाठ का महत्व और बढ़ जाएगा। वहीं सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ मांगलिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ दिन होगा।

प्रारंभ होंगे मांगलिक कार्य

मकर संक्रांति के साथ एक माह से चल रहा खरमास भी समाप्त हो जाएगा। जिसके बाद शुभ कार्यों पर लगी रोक भी हट जाएगी। जिसके बाद शादी विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्य भी प्रारंभ हो जाएंगे। शहर में शादी विवाह के लिए भी विवाह स्थलों का सजना संवरना भी प्रारंभ कर दिया गया है। खरमास 14 दिसंबर से प्रारंभ हो गया था।