Jalore अस्पताल में डॉक्टरों और परिजनों के बीच विवाद बातचीत के बाद सुलझा

Jalore अस्पताल में डॉक्टरों और परिजनों के बीच विवाद बातचीत के बाद सुलझा
 
Jalore अस्पताल में डॉक्टरों और परिजनों के बीच विवाद बातचीत के बाद सुलझा

जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर  राजकीय अस्पताल में मंगलवार को उपचार को पहुंचे मरीज के परिजन और डॉक्टर के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि इस दौरान हाथापाई भी हुई। इस पूरे घटनाक्रम में परिजनों ने उचित कार्रवाई की मांग की। दूसरी तरफ विरोध में अस्पताल स्टाफ ने काम का बहिष्कार किया। सूचना पर पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और पुलिस उप अधीक्षक गौतम जैन की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच पीएमओ के कक्ष में वार्ता हुई और उसके बाद मामला सुलझ गया। बता दें जालोर शहर के सामान्य अस्पताल में दोपहर करीब डेढ़ बजे जेठू सिंह बालोत अपने 16 साल के बच्चे को दिखाने पहुंचे थे।

उन्होंने चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. मदन परमार के चैंबर में बच्चे को दिखाया, जिस पर डॉ. परमार ने उन्हें दवाई की पर्ची दी। जब बालोत बच्चे के साथ अस्पताल स्थित मेडिकल स्टोर पर पहुंचे तो स्टोर संचालक ने कहा कि लिखावट पढऩे नहीं आ रही है, एक बार फिर से दवाई लिखवा आएं। जिसके बाद परिजन डॉ. मदन परमार के चैंबर में पहुंचे और पर्ची में लिखावट का जिक्र किया। जवाब में डॉक्टर ने उन्हें बाहर स्थित एक मेडिकल स्टोर से दवाई खरीदने की सलाह दे डाली। उन्होंने डॉक्टर से कहा कि जब सरकारी अस्पताल में ही मेडिकल स्टोर की सुविधा है, तो दवाई भी यहीं से दी जानी चाहिए। लेकिन इस बात से डॉक्टर नाराज हो गए और विवाद बढ़ गया। घटना के दौरान डॉ. गजानंद शर्मा भी वहां पहुंचे। आरोप है कि इस दौरान हाथापाई भी हुई। जिसके बाद अस्पताल परिसर में परिजनों ने नाराजगी जाहिर की। घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने 2 बजे से पहले ही काम रोक दिया और हड़ताल की चेतावनी दी। सूचना पर डीएसपी गौतम जैन और जालोर कोतवाल जसवंत सिंह भी मौके पर पहुंचे।