Dungarpur मानसून ने दस्तक दी तो रकबा बढ़ा, मिनी बीज किट की कमी

Dungarpur मानसून ने दस्तक दी तो रकबा बढ़ा, मिनी बीज किट की कमी
 
Dungarpur मानसून ने दस्तक दी तो रकबा बढ़ा, मिनी बीज किट की कमी
डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर  दो साल से खराबे के बाद फिर से इस सत्र में अच्छी बारिश की कामना को लेकर काश्तकार खेतों में जुट गए है और अभी से खरीफ की फसल की बुवाई का मानस बना रहे हैं। पर, काश्तकारों को बाजार से महंगे दामों में मक्का के बीज खरीदने पड़ रहे हैं और अब भी कई काश्तकार कृषि विभाग की ओर से बाटे जाने वाले मक्का मिनी किट की बाट जोह रहे हैं।

बाजार में है महंगा

कृषि विस्तार केंद्र से मक्का के मिनी किट उपलब्ध नहीं होने से काश्तकार बाजार से मक्का खरीद रहे हैं। बाजार में मक्का का बीज 100 से 125 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। चार किलो का थैला 440 से 500 रुपए तक बिक रहा है। वहीं, क्रय विक्रय केन्द्रों पर चार किलोग्राम बीज का थैला छह सौ रुपए में दिया जा रहा है। इस बार क्रय विक्रय संस्थान की ओर से बीज पर सब्सिडी नहीं मिल रही है।

उड़ रही थी धुल

गत दो सत्रों से काश्तकारों के खेत बंजर हो गए हैं। बारिश ही नहीं होने से काश्तकार बुवाई ही नहीं कर पा रहे थे। पर, इस बार मानसून के सही समय पर दस्तक देने तथा अन्य जिलों में मानसून की सक्रियता देख काश्तकारों को अच्छी बारिश की आस है। गत वर्ष बारिश की कमी के चलते कृषकों ने खरीफ में धान की फसल की बुवाई नहीं की थी और काश्तकारों ने मक्का की बुवाई भी कम की थी। इससे कई खेतों में गर्मी के दिनों में धुल उड़ती थी। बारिश कम होने से जलाशय में भी पानी नहीं था। इसका असर रबी की फसल पर पड़ा। इस पर काश्तकारों ने रबी में गेंहू की फसल की बुवाई नहीं की। इससे इस बार गेहूं के भावों में काफी उछाल रहा। मक्का बीज के आंवटन को लेकर सांसद राजकुमार रोत ने 25 जून को मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इसमें मक्का मिनी किट पर्याप्त मात्रा में देने की मांग की थी।