Dungarpur कालिका माता मंदिर का होगा जीर्णोद्धार, बदलेगी सूरत

Dungarpur कालिका माता मंदिर का होगा जीर्णोद्धार, बदलेगी सूरत
 
Dungarpur कालिका माता मंदिर का होगा जीर्णोद्धार, बदलेगी सूरत

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर शहर के प्राचीन एवं शहरवासियों की अगाध आस्था का केन्द्र घाटी स्थित कालिका माता मंदिर का जल्द ही जीर्णोद्धार होगा। देवस्थान विभाग अंतर्गत कालिका माता मंदिर काफी प्राचीन है तथा यहां की मौजूदा स्थिति काफी जीर्ण-शीर्ण है। ऐसे में देवस्थान विभाग ने मंदिर के जीर्णोद्धार का निर्णय लिया है। करीब तीन लाख रुपए का बजट स्वीकृत करते हुए निविदाएं करवाई हैं। जल्द कार्यादेश जारी होने के साथ ही मंदिर का कायाकल्प होगा। जीर्णोद्धार कार्य को लेकर देवस्थान विभाग की सहायक आयुक्त दीपिका मेघवाल, निरीक्षक बृजेशकुमार, प्रबंधक अमरसिंह, अभियंता दिनेश पंड्या, दीपिका पाटीदार, तन्वी कलाल आदि ने निरीक्षण करते हुए जल्द ही कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया।

मंदिरों का निरीक्षण

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के प्रदेश समन्वयक केके गुप्ता के निर्देश पर देवस्थान विभाग का दल डूंगरपुर पहुंचा। गुप्ता ने अधिकारियों की बैठक ली। इसमें सहायक आयुक्त मेघवाल ने बताया कि शहर में 30 से अधिक मंदिर देवस्थान विभाग के हैं। इनमें से दस मंदिरों के पुजारियों को पांच हजार रुपए मानदेय एवं डेढ़ हजार रुपए पूजन-भोग की सामग्री दी जा रही है। गुप्ता ने बताया कि शहर के कई मंदिर प्राचीन होने के साथ ही ऐतिहासिक दृष्टि से भी अपनी अलग छाप रखते हैं। उन्होंने सभी मंदिरों में साफ-सफाई करवाने के साथ ही आवश्यक जीर्णोद्धार के साथ ही लाइट-नल आदि की सुविधा मुहैया करवाने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा बंदोबस्त के लिए भी कहा।

गुप्ता ने बताया कि यह शहर मंदिरों का शहर है। ऐेसे में सरकार को मंदिरों के पर्यटक लिहाज तथा उनके उचित संरक्षण-संर्वधन के लिहाज से निखारना जरूरी है। ऐसे में उन्होंने शहर के तीन मंदिरों शहर के नवा महादेव मंदिर, शहर के हडमतपोल स्थित प्राचीन रघुनाथजी मंदिर एवं तहसील चौराहा के पास स्थित श्रीसिद्धेश्वर महादेव मंदिर का निरीक्षण करवाया। यहां उन्होंने मंदिर में छतों पर चायना मोजक, रंगरोगन, स्टील फ्रेम गेट, विद्युत सजावट, पार्क आदि के बंदोबस्त करने के साथ ही आवश्यक मरम्मत के प्रपोजल पीडब्ल्यूडी से बनवाए। इसमें नवा महादेव में 20 लाख, सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में 7.49 लाख एवं रघुनाथजी मंदिर के 4.71 लाख रुपए के प्रस्ताव बनाए हैं।