राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद आगामी 14 सितंबर को आयोजित होने वाले चारभुजा जी के प्रसिद्ध जलझूलनी एकादशी के धार्मिक मेले की व्यवस्थाओं को लेकर सोमवार को मेला प्रभारी व कुंभलगढ़ उपखंड अधिकारी उपेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।बैठक में सबसे पहले गत वर्ष के मेले की व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई तथा इस मेले में पूर्व में आई समस्याओं के समाधान के लिए विचार विमर्श किया गया। गत वर्ष मेले का प्रतिवेदन कुंभलगढ़ हेरिटेज सोसायटी के सचिव कुबेरसिंह सोलंकी ने पढ़कर सुनाया। इसके बाद मेले में 5 दिनों तक बिजली की निर्बाध आपूर्ति 24 घंटे जारी रखने तथा ठाकुरजी का वेवाण जाने वाले मार्ग से पेड़ों की टहनियों व झाड़ियों आदि को हटाने के निर्देश कार्मिकों को दिए गए। बसों की पार्किंग व्यवस्था के लिए मोराना चौराहा बाइपास, हिमाचलसूरी व मेवाडिया चौराहा पर ठहराव किए जाने के साथ ही वाहनों का प्रवेश कस्बे में पूर्णतया बंद रहेगा, जिससे कि यातायात व्यवस्था अवरुद्ध न हो। वहीं, यात्रियों को चारभुजा कस्बे तक लाने के लिए 10 टेपो की व्यवस्था करने का निर्णय किया गया तथा उनको पास दिए जाएंगे। मेले के लिए फालना, राजसमंद व उदयपुर, ब्यावर डिपो से 50 अतिरिक्त बसें लगाई जाएगी. पेयजल के लिए 11 मुय मार्गों पर टंकियां लगाई जाएगी. चिकित्सा विभाग तीन स्थानों पर अस्थाई चिकित्सालय की व्यवस्था करेगा। इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 24 घंटे सेवा के लिए खुला रहेगा, जिसके लिए अतिरिक्त स्टॉफ लगाया जाएगा।
गत वर्ष मेले में सुरक्षा व्यवस्था के लिए 400 जवान लगाए गए थे. जिसके तहत इस बार पुलिस जवान बढ़ाने का निर्णय किया गया। पंचायत की ओर से मेले के दौरान मोबाइल टॉयलेट, चल शौचालय वह संकेतक चिन्ह, नजरी नक्शा लगाया जाएगा। वहीं, मंदिर परिसर के आसपास सीसीटीवी कैमरे के अलावा ड्रोन कैमरा निगरानी के लिए लगाया जाएगा। यह जिमेदारी देवस्थान विभाग को सौंपी गई। वहीं गुलाल की गुणवत्ता की जांच की जाएगी तथा लाल गुलाल का ही उपयोग हो इसके लिए व्यापारियों को निर्देशित किया गया। पॉलिथीन का उपयोग बिल्कुल बंद रहेगा। वेवाण के साथ पर्याप्त पुलिस जाप्ता मौजूद रहेगा।
यह रहे मौजूद: मेले की बैठक व्यवस्था में कुंभलगढ़ के डिप्टी सीएमएचओ डॉ. मस्तराम मीणा, नायब तहसीलदार सीताराम खटीक, संदर्भ व्यक्ति पृथ्वीसिंह झाला, विकास अधिकारी मांगीलाल, वन अधिकारी भैरुसिंह, बिजली निगम से जगदीश चंद्र शर्मा, सार्वजनिक निर्माण विभाग से रामनिवास शर्मा के अलावा मंदिर के चोवटिया व भंडारी मौजूद थे।