Rajsamand स्वचालित डाइविंग ट्रैक पर जम रही धूल, झाड़ियां उग आई

Rajsamand स्वचालित डाइविंग ट्रैक पर जम रही धूल, झाड़ियां उग आई
 
Rajsamand स्वचालित डाइविंग ट्रैक पर जम रही धूल, झाड़ियां उग आई
राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद परिवहन विभाग के लिए ऑटोमैटिक डाइविंग ट्रेक सफेद हाथी साबित हो रहा है। वहां पर अभी तक कम्प्यूटर और सेंसर तक नहीं लगे हैं, इसके कारण वहां पर बने हॉल और कमरे आदि खाली पड़े हैं। ट्रेक के खाली एरिया में झांडिय़ां उग आई है, जबकि हवा के चलते हॉल और वॉच टावर आदि की जालियां टूटने लग गई है। ट्रेक का अभी तक लोकार्पण तक नहीं हुआ है। परिवहन विभाग के दफ्तर को यहां पर शिफ्ट किया जाए तो आमजन को सुविधा मिल सकती है।

शहर के गुर्जरों का गुढ़ा में आरएसआरडीसी के माध्यम से परिवहन विभाग का ऑटोमैटिक ड्राइविंग ट्रेक बनवाया गया। यहां पर दो पहिया और चौपहिया वाहन चालकों का ऑटोमैटिक ड्राइविंग ट्रेस्ट होंगे। यहां पर लगने वाले सेंसर आदि से अपने आप ही ड्राइविंग ट्रेस्ट देने वाले के फेल-पास की जानकारी मिलेगी। इस पर 192.73 लाख रुपए खर्च हुए हैं। भवन और ट्रेक करीब एक साल पहले ही बनकर तैयार हो गया, लेकिन वहां पर कम्प्यूटर और सेंसर आदि नहीं लगे हैं, इसे ऑपरेट आदि कौन करेगा अभी तक यह भी फाइनल नहीं है। आरएसआरडीसी ने विभाग को सौंप भी दिया है, लेकिन यह सिर्फ शोपिस बनकर रह गया है। वर्तमान में यहां पर सुबह के समय वाहनों की ट्रॉयल होती है, इसके अलावा यह पूरा दिन बंद पड़ा रहता है। यहां पर दो गार्ड लगा रखे हैं। ड्राइविंग ट्रेक, वाचिंग टावर, कन्ट्रोल रूम और वेटिंग एरिया आदि बनाया गया है। इसकी सार-संभाल करना भी मुश्किल हो रहा है।