Alwar अवैध होटल-रेस्टोरेंट की जांच रिपोर्ट आने के बाद भी प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
जानकारों का कहना है कि अफसर कार्रवाई से डर रहे हैं। इसी तरह सिलीसेढ़ के भी करीब 15 होटलों के नाम सामने आ चुके। उन्हें प्रशासन नोटिस भी नहीं दे पा रहा है। एक प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि दो से तीन दिन में कार्रवाई शुरू हो जाएगी। वहीं दूसरी ओर, उप वन संरक्षक वन्यजीव जयपुर ने जयपुर एरिया में जिन 12 होटलों को नोटिस दिया था, उन्हें प्रत्याहरित किया है। कहा, सर्वे के बाद कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है। इसके बाद एनजीटी में जनहित याचिका दायर हुई है। एनजीटी ने इन सभी निर्माणों को अवैध बताया है। वन विभाग की ओर से कई होटल, रेस्टोरेंट और रिसॉर्ट के नाम भी एनजीटी के सामने रखे गए हैं। अब इंतजार है कि सीटीएच की शेष भूमि सरिस्का के नाम दर्ज होने का। इसके बाद इन अवैध गतिविधियों पर बुलडोजर चलने की संभावना है।
अलवर सिलीसेढ़ एरिया के प्रतिष्ठान
रतन विलास सरिस्का रिसॉर्ट, देशीठाठ रिसॉर्ट, मेधावन रिसॉर्ट, नमन बार, नटनी हैरिटेज रिसॉर्ट, द जंगल लेप, राजस्थान होटल एंड रेस्टोरेंट, ताज ग्रुप, रामबिहारी पैलेस होटल, बाबा होटल, सासू की ढाणी, गुप्ता झील रेस्टोरेंट, आरटीडीसी होटल, नीलकमल झील रेस्टोरेंट, सिलीसेढ़ गेस्ट हाउस।