महंगे शौक ने युवक को बनाया अपराधी, अब पुलिस ने दबोचा, जानें मामला

महंगे शौक ने युवक को बनाया अपराधी, अब पुलिस ने दबोचा, जानें मामला
 
महंगे शौक ने युवक को बनाया अपराधी, अब पुलिस ने दबोचा, जानें मामला

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर की मानसरोवर थाना पुलिस ने एक शातिर मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया हैं। मोबाइल चोरी करने के लिए यह बदमाश लग्जरी कारों से सीकर से जयपुर आता। फिर वारदात करता। एक बार में एक दर्जन से अधिक मोबाइल की चोरी करता। फिर सीकर ले जाकर मन चाहे दामों पर बेच दिया करता था। जो पैसे मिलते उससे अपने शौक पूरे करता। पैसा खत्म होने पर दोबारा से कार किराए पर लेता। जयपुर में आकर बॉयज हॉस्टल में जा कर चोरी की वारदात को अंजाम देता।

मानसरोवर थाना सीआई राजेन्द्र गोदारा ने बताया- कुछ समय से थाना इलाके के गुर्जर की थड़ी के आसपास बने हुए बॉयज हॉस्टल में मोबाइल चोरी होने की जानकारी मिल रही थी। इस पर पुलिस टीम को मौके पर भेज कर जांच करने के निर्देश दिए। टीम ने जब आसपास के अन्य हॉस्टल में भी पूछताछ की तो पता चला की एक युवक लग्जरी कार में आता और कमरों में घुस कर मोबाइल चोरी करता है। इस पर टीम को एक्टिव किया गया। मौके पर मिले सीसीटीवी के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू हुई जिस पर आज मोबाइल चोर पवन बिजारणियां (20) पुत्र शिवपाल जाट निवासी गांव रैवासी थाना धोद जिला सीकर को गिरफ्तार किया गया।प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी ने बताया- वह सीकर से कार को किराये पर लेता। इसके बाद कार के नम्बर प्लेट को बदल देता था। गुर्जर की थड़ी के आसपास में बड़ी संख्या में बॉयज हॉस्टल है। जहां पर वह सुबह करीब 6 से 7 बजे के बीच जाता। मोबाइल पर बात करते हुए वह हॉस्टल के कमरों में घुसता।

कार के नंबर भी गलत रखता

गर्मी अधिक होने के कारण अधिकांश कमरे खुले हुए मिलते । जिस पर आरोपी उन कमरों में घुसता और वहां पर रखे हुए युवकों के मोबाइल को चुरा लेता था। एक हॉस्टल में आरोपी तीन से चार कमरों में यह वारदात करता और अपनी किराए पर ली हुई कार से रवाना हो जाता। सीसीटीवी फुटेज आने के बाद भी पुलिस आरोपी को इस लिए नहीं पकड़ पाती क्यों की कार का नम्बर ही गलत मिलता। आरोपी इन मोबाइलों को सीकर में अलग-अलग लोगों को बेचा करता था। एक बार में करीब एक दर्जन से अधिक मोबाइल चोरी किया करता था। जिसे वह सीकर में 50 से 90 हजार रुपए में बेच दिया करता था। कार का रेंट 5 से 10 हजार रुपए लगता था। वारदात करने के बाद वह कार को कार मालिक के पास दे कर मिले पैसे से अपने शौक जैसे महंगे कपड़े,मोबाइल,डिस्ट में खर्च किया करता था।