Tonk जिले में फ्रांसीसी टीम ने देखा सबसे बड़ा कुरान
टोंक न्यूज़ डेस्क, फ्रांस से आई टीम ने सोमवार को मौलाना अब्दुल कलाम आजाद अरबी-फारसी शोध संस्थान का भ्रमण किया। उन्होंने संस्थान में रखी दुनिया की सबसे बड़ी साइज की कुरान देखी और वहां रखे दुर्लभ ग्रंथों की सराहना की। टीम के साथ आए उमेश शर्मा ने बताया कि जब फ्रांसीसी टीम को अरबी-फारसी शोध संस्थान के बारे में बताया गया तो उन्होंने यहां आने की इच्छा जताई। टीम के सदस्य मतीन भी कुछ महीनों से अरबी भाषा सीख रहे हैं। यहां आने पर उन्हें अरबी से जुड़ी कई तरह की जानकारियां मिलीं। उन्होंने भी इस जगह की सराहना की।
गौरतलब है कि अरबी-फारसी शोध संस्थान में शोध करने और यहां रखे दुर्लभ ग्रंथों को देखने के लिए विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। यहां रिक्त पदों के कारण स्थिति दयनीय होती जा रही है। शोध संस्थान में दुनिया की सबसे बड़ी साइज की कुरान के साथ ही दुर्लभ अरबी-फारसी ग्रंथों के साथ ही फारसी में रामायण, महाभारत समेत कई धर्मों के हस्तलिखित ग्रंथ भी मौजूद हैं। मौलाना जमील ने बताया कि दुनिया की सबसे बड़ी साइज की कुरान को देखने के लिए देश-विदेश से सैकड़ों लोग यहां आते हैं।
साथ ही यहां सैकड़ों साल पुरानी दुर्लभ पुस्तकें भी हैं जो दर्शनशास्त्र, खगोल विज्ञान, गणित, विज्ञान, तिब्बत और इतिहास समेत कई विषयों की जानकारी देती हैं। सुलेख कला के कई अद्भुत नमूने भी यहां देखे जा सकते हैं। यहां कई ऐसी पुस्तकें और शिलालेख हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं मिलते।