Jhalawar कर्फ्यू के दौरान भी गुर्जर समाज ने निकाली वाहन रैली, विरोध-प्रदर्शन

Jhalawar कर्फ्यू के दौरान भी गुर्जर समाज ने निकाली वाहन रैली, विरोध-प्रदर्शन
 
Jhalawar कर्फ्यू के दौरान भी गुर्जर समाज ने निकाली वाहन रैली, विरोध-प्रदर्शन

झालावाड़ न्यूज़ डेस्क,  झालावाड़ मिहिर भोज जयंती के उपलक्ष्य में गुर्जर समाज और राजपूत समाज की ओर से रविवार को निकाली जाने वाली रैली को देखते हुए जिला प्रशासन ने पांच दिन पहले ही जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। इसके बावजूद रविवार को बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग झालावाड़ में तीनधार चौराहे पर जमा होकर रैली निकालने की तैयारी करने लगे।इधर, इसकी जानकारी मिलने पर राजपूत समाज के लोग भी राजपूत छात्रावास में जमा होकर गुर्जर समाज की रैली का विरोध करने लगे। इधर, गुर्जर समाज के हजारों लोगों की तीनधार से वाहन रैली रवाना हो गई। रैली नहीं रोकने से नाराज राजपूत समाज के लोग आक्रोशित होकर खंडिया चौराहे की तरफ बढ़ने लगे। ऐसे में दोनों पक्ष आमने-सामने नहीं हो जाएं इसको लेकर पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

राजपूत समाज के युवक खंडिया चौराहे की तरफ भागने लगे तो उनको रोकने के लिए पुलिस को भी भागना पड़ा। पुलिस ने करणीसेना के एक पदाधिकारी को हिरासत में ले लिया। इस दौरान सिटी फोरलेन जाम रहा। वाहन रैली निकालते गुर्जर समाज के लोग। कोटा देश में 21वीं पशुधन गणना शुरू होने में एक महीने की देर हो चुकी है। भारत में 105 साल के इतिहास में पहली बार यह पशुगणना मोबाइल एप से की जानी है। केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के एप में कुछ दिक्कतें आने से 1 सितंबर को गणना शुरू नहीं हो सकी। इस एप में पशुओं की नस्ल, आयु वर्ग के साथ ही पशुपालक के परिवार का आर्थिक सर्वेक्षण संबंधी सवाल भरे जाने हैं। संभावना है कि मोबाइल एप्लीकेशन अपडेट होने पर 15 अक्टूबर से गणना शुरू हो जाए।

हालांकि विभाग का दावा है कि तकनीक के इस्तेमाल से समय कम लगेगा और हम इसे तय समय 31 दिसंबर तक पूरी कर लेंगे। साल 2019 में 20वीं पशुगणना भी सोफ्टवेयर पर आध​ारित थी। लेकिन तब प्रगणकों को टैबलेट दिए गए थे। इस बार प्रगणक अपने एंड्राइड मोबाइल एप से ही डाटा संग्रहित करेंगे। अपना फोन उपयोग होने की एवज में हर प्रगणक को 1000 रुपए प्रति महीने दिए जाएंगे।