IIT Jodhpur देश का पहला संस्थान बना जहां हिंदी में पढ़ाई जाएगी इंजीनियरिंग

IIT Jodhpur देश का पहला संस्थान बना जहां हिंदी में पढ़ाई जाएगी इंजीनियरिंग
 
IIT Jodhpur देश का पहला संस्थान बना जहां हिंदी में पढ़ाई जाएगी इंजीनियरिंग

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर इस साल से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) प्रथम वर्ष में हिंदी भाषा लागू करने जा रहा है। हिंदी माध्यम के छात्र-छात्राएं बीटेक प्रथम वर्ष में अलग सेक्शन में बैठ सकेंगे। अंग्रेजी का सेक्शन अलग होगा। छात्र छात्राएं पढ़ाई के दौरान हिंदी और अंग्रेजी के सेक्शन में स्विच भी कर पाएंगे। हिंदी और अंग्रेजी दोनों को ही एक ही शिक्षक पढ़ाएगा ताकि इंजीनियरिंग पढ़ाई की गुणवत्ता बनी रहेगी। हिंदी कक्षाओं में आईआईटी के शिक्षक हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी में भी टॉपिक को ट्रांसलेट करते रहेंगे, ताकि हिंदी माध्यम की कक्षा में बैठने वाले साथ-साथ अंग्रेजी भी सीख सकें। इससे ग्रामीण परिवेश से आने वाले विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा।

देश की पहली आईआईटी बनी

आईआईटी जोधपुर ने अपनी सीनेट की बैठक में 26 जून और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में 28 जून को इस प्रस्ताव को मंजूरी देकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के पास भेजा था। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी। आईआईटी जोधपुर देश की पहली आईआईटी बनी गई है, जिसने यह नवाचार लागू किया है। यह कदम नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई को महत्व देने की बात कही गई है। बीटेक प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रमों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पढ़ाने से छात्रों की पाठ्यक्रम सामग्री की समझ और ज्ञान में वृद्धि होगी। इससे छात्रों को शैक्षणिक वातावरण में ढ़लने में मदद मिलेगी।