Karoli बनास नदी से नहीं रुक रहा अवैध खनन, बेलगाम दौड़ रहे ओवरलोड वाहन
कई बार हो चुके हादसे : अवैध खनन की बजरी भरी ट्रॉलियों से कई बार हादसे हो चुके हैं। दो दिन पहले ही एक जने की ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से मौत हुई है। जिस पर लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन भी किया था। इससे पहले भी कई हादसे हुए हैं, लेकिन बजरी का अवैध खनन नहीं रुक रहा। बजरी की ट्रैक्टर-ट्रॉली दौड़ने वाले यातायात नियमों का पालन नहीं करते। वाहन चलाने के दौरान किसी प्रकार की सुरक्षा का ध्यान भी नहीं रखते। ट्रॉलियों पर ना नम्बर होते हैं ना उनमें ठीक प्रकार से हैडलाइट जली नजर आती है। ऐसे में आए दिन हादसे होते रहते हैं।
गुप्त रास्तों से निकलती ट्रॉलियां : बनास नदी क्षेत्र से बजरी का अवैध खनन कर बजरी की ट्रॉलियां गुप्त रास्तों से निकलती है। श्यामोलीघाट से निमोदा, खेडला, जीरोता, कुशालंसिंह बाया रानेटा मसावता, भरतून, कहारपुरा, बड पीपड घाट से सैमरदा, फतेहपुर, बगीदा, अडूदा, जोड़ली बाया बूकना, सपोटरा,गढ़ी के गांव जीरोता,रानेटा होते हुए कुडगांव के रास्ते हिन्डौन, कैला देवी, करौली, वजीरपुर, दौसा से ट्रॉलियां निकलती है। शहर व गांवों में कुछ वर्षों से बजरी की मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे में अवैध खनन करने वाले अधिक सक्रिय है। निमार्ण कार्यों में तेजी के चलते बजरी की मांग बढ़ रही है। जिसकी पूर्ति के लिए अवैध खनन होता है। बनास नदी की बजरी अपनी गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। जिसकी दूर-दूर सप्लाई होती है।