Jaipur बीसलपुर प्रणाली की 2300 मिमी लाइन को देखे बिना ही योजना बना दी गई

Jaipur बीसलपुर प्रणाली की 2300 मिमी लाइन को देखे बिना ही योजना बना दी गई
 
Jaipur बीसलपुर प्रणाली की 2300 मिमी लाइन को देखे बिना ही योजना बना दी गई
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर  भजनलाल शर्मा ने सांगानेर स्टेशन के री-डवलपमेंट के बाधा बन रही बीसलपुर पेयजल लाइन की शिटिंग को लेकर रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक में हरी झंडी दे दी थी, लेकिन पीएचईडी के अधिकारियों ने ऐसा करने से इंकार कर दिया है। दरअसल बीसलपुर सिस्टम की यह लाइन 2300 एमएम की है और अगर इस लाइन को शिट करने की कवायद की जाती है तो जयपुर का कम से कम 15 से 20 दिन प्यासा रहना तय है। अब रेलवे तय खाका के अनुसार सुविधाएं विकसित नहीं कर पाएगा। यानी सेकंड एंट्री पर पार्किंग, बिल्डिंग का आकार कम हो जाएगा।

दरअसल, सांगानेर स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के विस्तार की मांग को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने इसी वर्ष इस स्टेशन को भी अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल किया था। इसकी सूरत बदलने और एयरपोर्ट की माफिक सुविधाएं विकसित करने के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च करने का खाका तैयार किया गया लेकिन स्टेशन परिसर से गुजर रही बीसलपुर लाइन के बारे में गंभीरता से नहीं सोचा। गत दिनों मुयमंत्री आवास पर हुई बैठक में उत्तर पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने इस लाइन को शिट करने की मांग की। जिस पर मुयमंत्री ने जेडीए, नगर निगम, पीएचईडी को रेलवे के साथ सामंजस्य स्थापित कर इस बाधा को दूर करने के निर्देश दिए। इसका जिमा कलक्टर को सौंपा गया। बताया जा रहा है कि गत दिनों समस्त विभागों के अधिकारी कलक्टर के साथ स्टेशन का मौका मुआयना करने गए थे। जिसमें वस्तुस्थिति देखते हुए पीएचईडी के अधिकारियों ने बीसलपुर लाइन को अन्यत्र शिट करने से मना कर दिया। अब रेलवे अधिकारी फिर से स्टेशन का खाका बदलने में जुटे गए हैं।

यों आएगी परेशानी

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि द्वितीय प्रवेश और निकास द्वार पर पेयजल लाइन के कारण बिल्डिंग और पार्किंग का स्पेस कम होगा। इसके अलावा सिटी सेंटर की तर्ज पर विकसित होने वाली सुविधाएं भी नाममात्र ही होंगी। साथ ही नई लाइन भी नहीं बिछायी जा सकेगी।