Jaipur बस बनी कबाड़, नए सत्र में स्कूल आने का संकट

Jaipur बस बनी कबाड़, नए सत्र में स्कूल आने का संकट
 
Jaipur बस बनी कबाड़, नए सत्र में स्कूल आने का संकट

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर शहर के एकमात्र मूक बधिर स्कूल में नए सत्र से बच्चों के सामने स्कूल आने का संकट खड़ा हो गया है। विशेष बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए दो स्कूल बस की सुविधा दे रखी है। इनमें एक सरकार की ओर से और एक सांसद कोटे से बस दी गई है। लेकिन सरकारी बस 20 साल पुरानी होने के कारण कबाड़ हो चुकी है। अब स्कूल में सिर्फ एक ही बस बच्चों के लिए संचालित होगी। ऐसे में दूर-दराज से स्कूल आने वाले विशेष बच्चों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल, स्कूल में 600 से अधिक विशेष बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से सौ से अधिक बच्चे बसों के जरिये स्कूल पहुंचते हैं। इनमें जगतपुरा, जमवारामगढ़, आगरा रोड सहित आस-पास इलाके के हैं। आठवीं तक के बच्चों को बस की सुुविधा दी गई है। लेकिन बस कबाड़ हो जाने से बच्चे अब नए सत्र से स्कूल नहीं आ पा रहे हैं। वहीं, स्कूल खुलने के बाद भी दूसरी बस को शुरू नहीं किया गया है। दोनों बसें बंद रहने से दूरदराज से आने वाले विशेष बच्चे स्कूल नहीं आ पा रहे हैं।

शिक्षा विभाग को कराया अवगत

बस कबाड़ होने की सूचना शिक्षा विभाग को कर दी गई है। लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रिंसिपल भारत जोशी का कहना है कि जयपुर में पुराने वाहनों को संचालित करने पर प्रतिबंध है। इसीलिए बस का संचालन नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा दूसरी बस के लिए बच्चों से फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। सत्र शुरू होने के बाद भी स्कूल में बच्चों को देरी से बुलाया जा रहा है। छात्रावास और बसों का संचालन शुरू नहीं किया है। इससे विशेष बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है।