Jaipur बच्चे के लिए कोटा पहुंचा गंगापुर का परिवार, डीएनए जांच के लिए सैंपल

Jaipur बच्चे के लिए कोटा पहुंचा गंगापुर का परिवार, डीएनए जांच के लिए सैंपल
 
Jaipur बच्चे के लिए कोटा पहुंचा गंगापुर का परिवार, डीएनए जांच के लिए सैंपल

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर हरियाणा की मदारी गैंग से मिले 14 साल के बच्चे पर दावा जताते हुए गंगापुर का एक परिवार बुधवार को कोटा पहुंचा। इससे पहले परिवार ने वीडियो वॉल पर दिए गए नंबरों पर रिपोर्टर से संपर्क किया तो उसे एडीजी अनिल पालीवाल से बात कराई। इसके बाद पालीवाल ने कोटा जीआरपी के पास भेजा। कोटा जीआरपी ने बच्चे और बेटा होने का दावा करने वाले व्यक्ति के सैंपल लिए हैं, जिसकी डीएनए जांच कराई जाएगी। बच्चे की फोटो प्रकाशित होने के बाद बुधवार को मूलत: गंगापुर सिटी-निमोद निवासी देशराज बैरवा ने फोटो से बच्चे को पहचाना। देशराज ने बताया कि बच्चे के पिता हरकेश बैरवा आैर मां मनोहर देवी हरियाणा के रेवाडी में रहते हैं। वे वहीं पर मकानों की ठेकेदारी का काम करते हैं। सचिन व उसकी बड़ी बहन मीनाक्षी का अपहरण कर लिया गया। दोनों भाई बहन अब तक लापता हैं। हालांकि बाद में परिवार ने उम्र का मिलान उनके बच्चे से मेल नहीं होने पर मना कर दिया।

कोटा में ही बच्चे को चुराने क्यों गया?: मुख्य आरोपी मुकेश किशनगढ़ से कोटा में ही बच्चा चुराने क्यों पहुंचा यह पहली बना हुआ है। बुधवार को रिमांड पर लेने के बाद जीआरपी ने उससे पूछताछ की, लेकिन गुमराह करता रहा। जीआरपी को आशंका है कि उसने कोटा से अन्य बच्चों को भी चुराया है। अपील पढ़कर एक परिवार आया सामने, रिपोर्टर ने एडीजी से बात कर कोटा भेजा...एडीजी रेलवे राजस्थान अनिल पालीवाल का कहना है कि जिस परिवार ने बच्चे का दावा किया है, उसकी बच्चे के डीएनए से जांच करवाई जाएगी, इसके बाद ही हकीकत सामने आएगी। उन्होंने बताया कि 4 साल के लविश को बुधवार को बाल कल्याण समिति के मार्फत उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। वहीं, मामले में गिरफ्तार हरियाणा के भिवानी निवासी मुख्य आरोपी मुकेश मदारी, उसका भाई करण व अर्जुन, उसकी मां लज्जो और पिता प्रेम सात दिन के रिमांड पर हैं। जीआरपी कोटा आरोपियों से पूछताछ कर रही है।