Jaipur जेजेके में 9 साल बाद शुरू होंगे साप्ताहिक कार्यक्रम, नाम बदले

Jaipur जेजेके में 9 साल बाद शुरू होंगे साप्ताहिक कार्यक्रम, नाम बदले
 
Jaipur जेजेके में 9 साल बाद शुरू होंगे साप्ताहिक कार्यक्रम, नाम बदले
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर जवाहर कला केंद्र अपने नियमित कार्यक्रमों के जरिए अपनी विशेष पहचान रखती थी। इसमें गुरूवारीय संगीत संध्या और फ्राइडे थिएटर सबसे प्रमुख थे, जो हर सप्ताह आयोजित होते थे। प्रदेशभर के कलाकारों को मंच प्रदान किया जाता था। ये वीकली प्रोग्राम 2015 में बंद कर दिए गए थे। अब इन प्रोग्राम को फिर से नए सिरे और नए नाम से शुरू किया जाएगा। गुरुवारीय संगीत संध्या अब 9 साल बाद मधुरम के नाम से आयोजित होगी। मधुरम नाम पिछले सरकार में कला एवं संस्कृति मंत्री रहे बीडी कल्ला ने दिया था। वहीं, फ्राइडे थिएटर को जेकेके ने कुछ साल पहले फॉर्थ नाइट थिएटर के नाम से शुरू किया था, लेकिन वह भी अभी तक नियमित नहीं हो पाया है। इससे पहले भी जवाहर कला केन्द्र में आयोजित सालाना राष्ट्रीय कार्यक्रम नवरस का भी नाम बदलकर रसरंगम कर दिया गया था और फिर उसे भी पिछले साल आयोजित नहीं किया गया।

कलाकारों का चयन एडीजी और डीजी के स्तर पर

जवाहर कला केंद्र में किसी भी विधा के प्रोग्राम ऑफिसर नहीं होने के कारण अधिकांश कार्यक्रमों के लिए कलाकारों का चयन अतिरिक्त महानिदेशक और महानिदेशक जेकेके की ओर से किया जा रहा है। जेकेके में 20 सितम्बर 2015 को आखिरी बार गुरुवारीय व फ्राइडे थिएटर को बन्द कर दिया गया था। जिसके तहत फ्राइडे थिएटर में प्रति नाटक छह हजार रुपए कलाकारों को दिए जाते थे। वसुंधरा सरकार में जब पूजा सूद को जवाहर कला केन्द्र का महानिदेशक बनाया तो उन्होंने इस प्रोग्राम को बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने कुछ समय बाद फोर्थ नाइट थिएटर शुरू किया, जिसमें महीने में एक नाटक होता था और उसके लिए 60 हजार रुपए तक का भुगतान किया जाने लगा। इसके बाद इसे भी बंद कर दिया गया। तत्कालीन अतिरिक्त महानिदेशक फुरकान खान ने इस योजना को नए सिरे से शुरू किया और इसके लिए प्रति नाटक 25 हजार रुपए और टिकट से होने वाली आय में से भुगतान किया जाने लगा।

संगीत के कलाकारों को ग्रेड से मिलता था भुगतान

गुरुवारीय संगीत संध्या में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को आकाशवाणी की ग्रेड के तहत भुगतान किया जाता था। इसमें 1500 रुपए मानदेय से अधिकतम 50 हजार रुपए अधिकतम मानदेय भुगतान किया जाता था। केन्द्र के नए कम्पेंडियम के अनुसार कलाकारों की आकाशवाणी की ग्रेड प्रावधान को खत्म कर दिया गया, उसके स्थान पर नवोदित, स्थापित, विश्वस्तरीय और एमीनेन्ट कलाकारों को सम्मिलित किया जाता है। इसका चयन केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक व महानिदेशक को अधिकार प्रदान किए गए, इस निर्णय का अनुमोदन तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की ओर से वित विभाग की सहमति पर किया गया।

शास्त्रीय विधाओं की प्रस्तुति से सजेगी शाम

जवाहर कला केन्द्र में मधुरम के तहत 13 और 14 जून को दो दिवसीय संगीत संध्या का आयोजन किया जा रहा है। युवा कलाकार अपनी प्रस्तुति से मंच सजाएंगे। 13 जून को अतुल राव उपशास्त्रीय गायन की प्रस्तुति देंगे। 14 जून को रश्मि उप्पल कथक नृत्य से समां बांधेगी। दोनों प्रस्तुतियां रंगायन सभागार में शाम सात बजे से होगी। कला प्रेमी निशुल्क कार्यक्रम में हिस्सा ले सकेंगे।