Jaipur बंगाल से लाई गई श्रृंगार सामग्री, बनाई गई मां सरस्वती की मूर्ति

Jaipur बंगाल से लाई गई श्रृंगार सामग्री, बनाई गई मां सरस्वती की मूर्ति
 
Jaipur बंगाल से लाई गई श्रृंगार सामग्री, बनाई गई मां सरस्वती की मूर्ति
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर बसंत पंचमी (14 फरवरी) पर राजधानी में मां सरस्वती की पूजा के साथ ही विद्यारंभ, यज्ञोपवीत संस्कार तथा विभिन्न अनुष्ठान होंगे। विभिन्न समाजों की ओर से भी बसंत महोत्सव मनाया जाएगा। विवाह के अबूझ मुहूर्त के चलते जयपुर शहर में 3500 से अधिक शादियों के साथ ही सामूहिक विवाह भी होंगे। बसंत पंचमी पर होने वाली शादियों के लिए चारदीवारी समेत अन्य बाजारों में खरीदारी परवान पर रही।

मैथिली महिला मंच की ओर से टोंक रोड सीताबाड़ी स्थित राम मंदिर तथा राजस्थान मैथिल परिषद् की ओर से मालवीय नगर स्थित छत्रसाल नगर में मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाएगी। मंच की अध्यक्ष बबीता झा ने बताया कि सीताबाड़ी में बंगाल के कारीगरों ने बंगाल, बिहार और दौसा से लाई मिट्टी से मां सरस्वती की साढ़े छह फीट ऊंची प्रतिमा तैयार की है। कोषाध्यक्ष अंजू ठाकुर ने बताया कि सुबह 11 बजे मां सरस्वती का शृंगार किया जाएगा। शृंगार का सामान भी बंगाल से मंगाया है।

जयपुर कालीबाड़ी समिति, मालवीय नगर की ओर से सेक्टर 10 स्थित कालीबाड़ी मंदिर में मां सरस्वती देवी की पूजा सहित अन्य अनुष्ठान होंगे। माता को महाभोग अर्पित किया जाएगा।

एमआई रोड स्थित अमरापुर स्थान में भी भगवान लक्ष्मी नारायण, लड्डू गोपाल व स्वामी टेऊंराम को पीले वस्त्र (पोशाक) धारण कराए जाएंगे।

पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में महंत अलबेली माधुरी शरण के सानिध्य में संप्रदाय का स्थापना दिवस व बसंत महोत्सव मनाया जाएगा।

जयपुर जिला माली सैनी समाज संस्था की ओर से सायपुरा, सांगानेर में सामूहिक विवाह सम्मेलन होगा।