Jaipur 20 दिनों के बाद बैंक से ब्लड एसएमएस अस्पताल में शिफ्ट किया

Jaipur 20 दिनों के बाद बैंक से ब्लड एसएमएस अस्पताल में शिफ्ट किया
 
Jaipur 20 दिनों के बाद बैंक से ब्लड एसएमएस अस्पताल में शिफ्ट किया

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर बीस दिन से बंद जीवन दाता ब्लड बैंक को ड्रग कंट्रोलर की ओर से गुरुवार को खोला गया। देर रात तक ब्लड बैंक पर कार्रवाई की गई। गोपालपुरा स्थित ब्लड बैंक के प्रभारी किराये की राशि नहीं चुका पा रहे थे। जिसके चलते उन पर 55 लाख रुपए किराये की राशि बकाया हो गई थी। किराया राशि नहीं चुका पाने के कारण 20 जनवरी को उन्होंने परिसर खाली कर दिया था। सिक्योरिटी तौर पर सामान छोड़कर दो-तीन दिन में वापस आने के लिए मकान मालिक को कहकर चले गए थे।

प्रभारी द्वारा वापस नहीं लौटने और सामान नहीं उठाए जाने पर मकान मालिक भीमराज सैनी ने ड्रग कंट्रोलर विभाग को लिखित में शिकायत दी। शिकायत में ब्लड खराब होने के बारे में भी अवगत करवाया गया। खराब हो रहे ब्लड को सुरक्षित जगह रखने की मांग की गई। शिकायत के आधार पर आर एसबीटीसी विभाग ने गुरुवार को कार्रवाई की। ब्लड की जांच कर इसे एसएमएस हॉस्पिटल में पहुंचाया गया। रात 9.30 बजे ब्लड बैंक पहुंचा। वहां ब्लड ले जाने की कार्रवाई चल रही थी। जांच कर रहे अधिकारियों ने किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार कर दिया।

29 जनवरी की विजिट में 41 यूनिट खराब हो चुका था ब्लड

लिखित में शिकायत मिलते ही ड्रग कंट्रोलर डिपार्टमेंट की टीम ने 29 जनवरी को ब्लड बैंक काे विजिट किया था। विजिट के दौरान तकरीबन 600 यूनिट ब्लड था। इसमें से 41 यूनिट खराब हो चुका था। बैंक प्रभारी और मालिक के बीच में किराये का विवाद है। प्रभारी को नोटिस दे दिया गया है। इंवेस्टिगेशन में पाया गया, बैंक में काफी अनियमितताएं थी। कई बार विभाग को किया सूचित...शिकायतकर्ता भीमराज सैनी ने बताया कि ब्लड बैंक प्रभारी अरविंद यादव पर किराये का 55 लाख रुपए बकाया है। किराया नहीं चुकाने की वजह से उसने 20 जनवरी को परिसर खाली कर दिया था। 29 जनवरी, 31 जनवरी, 1 फरवरी और 7 फरवरी को ड्रग विभाग कंट्रोलर के अधिकारी एवं आरएसबीटीसी जयपुर के विभागाध्यक्ष को लिखित में सूचित किया था। जिसमें ब्लड बैंक बंद और ब्लड खराब होने के बारे अवगत करवाया गया था। टैक्निशयन नहीं थे। ब्लड दूसरे सेंटरों पर भेजा जा रहा था। आरएसबीटीसी की टीम ने गुरुवार को ब्लड बैंक पर कार्रवाई कर अच्छे ब्लड को एसएमएस हॉस्पिटल भेज दिया।