Jaipur फार्मेसी, पैरामेडिकल फिजियोथेरेपी और बीएससी नर्सिंग में 35 हजार से अधिक सीटों पर मिलेगा प्रवेश

Jaipur फार्मेसी, पैरामेडिकल फिजियोथेरेपी और बीएससी नर्सिंग में 35 हजार से अधिक सीटों पर मिलेगा प्रवेश
 
Jaipur फार्मेसी, पैरामेडिकल फिजियोथेरेपी और बीएससी नर्सिंग में 35 हजार से अधिक सीटों पर मिलेगा प्रवेश
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर  राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से सत्र 2024-25 में बीएससी व पोस्ट बेसिक नर्सिंग, यूजी-पीजी इन फार्मेसी, पैरामेडिकल एवं फिजियोथैरेपी के सभी संस्थानों में 35 हजार से अधिक सीटों पर प्रवेश मिलेगा। वहीं इस बार कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज में डिप्लोमा व डिग्री कोर्स में 126 सीटों पर भी प्रवेश दिया जएगा। बीएससी नर्सिंग में परिणाम व काउंसलिंग का इंतजार है।पैरामेडिकल ( बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, बीओटी, बीआरटी) व फिजियोथैरेपी (बीपीटी) में काउंसलिंग का इंतजार है। फार्मेसी में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि आयूएचएस को फॉर्मेसी व नर्सिंग की तरह पैरामेडिकल में भी पीजी डिप्लोमा व डिग्री कोर्स प्रारंभ करने चाहिए। इनमें मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, रेडिएशन टेक्नोलॉजी, आफ्थेलमिक टेक्नोलॉजी, ईसीजी टेक्नोलॉजी जैसे पीजी कोर्स प्रारंभ करने चाहिए। इससे जांच सुविधाएं बेहतर होगी। वहीं टेक्निशियन को प्रमोशन भी मिल पाएगा।

दूसरी ओर, रिसर्च के क्षेत्र में भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे जांच की नई तकनीक विकसित हो पाएगी। पीजी करने के बाद संस्थानों में बतौर फैकल्टी भी कार्य कर सकेंगे। मौजूदा स्थिति में एमआरआई और सीटी स्केन जांच का दायरा बढ़ रहा है। ऐसे में पीजी कोर्स प्रारंभ करना चाहिए। फिजियोथैरेपी कॉलेज खुलना आसान राजस्थान स्टेट एलाइड एंड हैल्थकेयर काउंसिल के गठन का नोटिफिकेशन के बाद आरयूएचएस के खुद के कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी साइंसेज खुलने की राह और आसान हो गई है।

मौजूदा स्थिति में आरयूएचएस का खुद का पहले से मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग, पैरामेडिकल कॉलेज संचालित है। जबकि फार्मेसी कॉलेज में सत्र 2024-25 से प्रवेश मिल सकेगा। 1. फार्मेसी: {बी-फार्मा की 2740 { डी-फार्मा : 20100 ( आवेदन की अंतिम तिथि 23 सितंबर) 2. नर्सिंग {बीएससी नर्सिंग : 10280 {पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग: 1135 { एमएससी नर्सिंग: 360 {पैरामेडिकल सीटों की संख्या : 280 {फिजियोथैरेपी बीपीटी : 650 पहली व दूसरी काउंसलिंग के बाद फार्मेसी में डिप्लोमा व डिग्री में सीटें रिक्त रहने पर संस्थान खुद अपने स्तर पर प्रवेश दे सकेगा। 2023-24 में प्रथम बार जो छात्र प्रवेश परीक्षा में बैठा था। उसी को प्रवेश देने का निर्णय लिया गया था। अब आरयूएचएस के प्रबंध मंडल की मीटिंग में रिक्त सीटों पर पहली व दूसरी काउंसलिंग के बाद संस्थान खुद के स्तर पर प्रवेश देने का अनुमोदन कर दिया है।  बीएससी नर्सिंग का जल्द परिणाम जारी कर काउंसलिंग का शेड्यूल जारी किया जाएगा। फार्मेसी में डिप्लोमा व डिग्री में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। -डॉ. धनन्जय अग्रवाल, कुलपति, आरयूएचएस