Jaipur आयुर्वेद पर भरोसा...स्तन कैंसर का इलाज, सर्जरी करा रहे मरीज

रेडियोथैरेपी के दुष्प्रभाव से बचाव
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का सहारा वे मरीज भी ले रहे हैं, जो अन्य प्रकार के कैंसर से पीड़ित हैं और रेडियोथैरेपी के दुष्प्रभाव से परेशान हैं। ओपीडी में रोजाना ऐसे मरीज भी देखे जाते हैं, जिनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं।शल्य तंत्र विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार, ओपीडी में हर दिन ब्रेस्ट कैंसर के 10-15 मरीज आ रहे हैं, जिनमें तीन से चार नए मरीज भी शामिल हैं। हर सप्ताह दो से तीन मरीजों की सर्जरी की जा रही है। विशेषज्ञों ने बताया कि पहले ब्रेस्ट कैंसर के मामले 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में देखने को मिलते थे, लेकिन अब कम उम्र की महिलाओं में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। इलाज में आयुर्वेद दवाओं के साथ आहार-विहार, योग, पंचकर्म और मेडिटेशन पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
आयुर्वेदिक पद्धति से ब्रेस्ट कैंसर का इलाज और सर्जरी की जा रही है। मरीजों में आयुर्वेद के प्रति विश्वास बढ़ा है और कई मामलों में यहां कैंसर का डायग्नोस भी किया गया है। शल्य तंत्र विभागवर्ष 2018 से आयुर्वेद अस्पताल में विशेष कैंसर कंसल्टेशन यूनिट संचालित हो रही है। यह यूनिट गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को संचालित होती है। अब तक 2,000 से अधिक मरीज यहां इलाज करवा चुके हैं। इस यूनिट में विशेष प्रोटोकॉल के तहत मरीजों का इलाज किया जाता है।