Jaipur आखिर क्यों पुलिस पुलिस मुख्यालय में दिनेश एमएन से मिलने पहुंचे आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल?
खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने बताया कि जयपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में उन्होंने पुलिस महानिदेशक यूआर साहू से मिलकर हाल ही में हुए यश नायक हत्याकांड से जुड़े मामले में बात की। उन्होंने डीजीपी को शिकायत करते हुए बताया कि इस मामले में दिवंगत के पिता द्वारा पुलिस का सहयोग नहीं मिलने पर खुद के स्तर से ही 14 दिनों तक तलाश करने, जिला बाल कल्याण समिति द्वारा एसपी को इस मामले में लिखे पत्र सहित प्रकरण को लेकर विस्तृत चर्चा की। बेनीवाल ने बताया कि डीजीपी को इस मामले में एसपी और मानव तस्करी सेल की लापरवाही और गैर जिम्मेदारी से अवगत करवाया गया है। साथ ही, राज्य स्तर के आईजी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन करके जांच करवाने का आग्रह किया है। डीजीपी से चर्चा के दौरान बेनीवाल ने अजमेर रेंज आईजी और नागौर एसपी का अपराधियों के विरुद्ध ढुलमुल रवैए से जिले और रेंज में बढ़ते अपराधों के मामलों से भी उन्हें अवगत करवाया।
एडीजी दिनेश एमएन से भी मिले हनुमान बेनीवाल
आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल पुलिस मुख्यालय में राजस्थान पुलिस के एडीजी क्राइम दिनेश एमएन से भी मुलाक़ात की। दोनों ने कानून व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा की। बेनीवाल ने बताया कि उन्होंने दिनेश एमएन से नागौर और कुचामन-डीडवाना ज़िलों के साथ ही अजमेर रेंज की कानून व्यवस्था से जुड़े कई महत्वपूर्ण मामलों और विषयों को लेकर विस्तृत चर्चा की।
कुकर्मियों का संगठित गिरोह पनपा
विधायक बेनीवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक पत्र के ज़रिए यश नायक हत्याकांड के मामले में प्रशासन के समक्ष हुए समझौते के क्रम में दिवंगत यश नायक के परिजनों को 50 लाख का आर्थिक पैकेज देने, संविदा पर नौकरी देने और नगरपरिषद क्षेत्र में भूखंड देने की बात को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही।
बेनीवाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी लिखा कि यश नायक के गायब होते ही यह जानकारी सामने आ गई कि मुख्य आरोपी और कुकर्मियों के संगठित गिरोह का यह कृत्य हो सकता है। ऐसे में समय रहते पुलिस यश के साथ रहने वाले बच्चों की काउंसलिंग करवाती तो समय पर पूरी जानकारी सामने आती और शायद यश बच जाता। लेकिन जिला पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बेनीवाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पूरे मामले की जांच एसओजी अथवा प्रदेश स्तर से आईजी रैंक के अफसर के नेतृत्व में विशेष टीम बनाकर करवाने की बात कही।
डंपर चोरी का गिरोह सक्रिय, डीजीपी से की चर्चा
बेनीवाल ने डीजीपी को नागौर तथा डीडवाना -कुचामन जिले में डंपर चोरी की एक दर्जन से अधिक वारदातें से अवगत करवाया। बेनीवाल ने कहा कि डंपर और ट्रेलर चुराने वाली मेवात क्षेत्र की गैंगों द्वारा एक के बाद एक चोरी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है,डंपर में GPS सिस्टम लगे होने तथा नागौर व डीडवाना क्षेत्र से डंपर चोरी होने के बाद उन डंपर का दर्जनों टोल नाकों से गुजरने व मोटर मालिको द्वारा चोरी की सूचना समय पर पुलिस को देने के बावजूद पुलिस ऐसे गिरोह को पकड़ने में नाकाम रही।