Jaisalmer एपीओ शिक्षक को बहाल करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय में की तालाबंदी

Jaisalmer एपीओ शिक्षक को बहाल करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय में की तालाबंदी
 
Jaisalmer एपीओ शिक्षक को बहाल करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय में की तालाबंदी

जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, पोकरण के थाट गांव स्थित अमानाराम की ढाणी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में आज ग्रामीणों ने तालाबंदी कर अपना गुस्सा जाहिर किया. जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा ढाणी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के एक शिक्षक को एपीओ करने पर ग्रामीण व स्कूली विद्यार्थियों ने विरोध जताया। थाट के पूर्व सरपंच रामचन्द्र बारूपाल ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक हारुन रसीद को बिना कोई कारण बताए एपीओ कर दिया गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने शिक्षक को वापस विद्यालय में लगाने के लिए प्रशासन को ज्ञापन भी दिया. इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गयी. मजबूर होकर ग्रामीणों ने आज स्कूल के गेट पर ताला लगाकर धरना पर बैठ गये. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत शिक्षक हारून रशीद के साथ एक महिला शिक्षिका भी है जो पिछले 3 वर्षों से समय पर विद्यालय नहीं आती है और जब भी विद्यालय आती है तो अपने पति के साथ आती है. वह अपने पति के साथ हाथ में हाथ डाले स्कूल परिसर में घूमती रहती है, जिससे हमारे गांव की संस्कृति खराब हो रही है.

ग्रामीणों ने बताया कि जब शिक्षिका ममता खटीक को नियमित स्कूल आने के लिए कहा गया तो उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से जिला शिक्षा अधिकारी को फोन करवाया और शिक्षक हारुन रशीद को एपीओ करवा दिया. जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक हारुण रसीद को एपीओ कर जिला मुख्यालय पर पदस्थापित किया है. ग्रामीणों की मांग है कि शिक्षक हारून रशीद को स्कूल में बहाल किया जाये. सुबह ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय पर ताला लगा दिया, जिसके बाद पोकरण ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र प्रसाद, एसीबीओ हेमशंकर जोशी, पीईईओ भंवरलाल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. आमना राम की ढाणी प्राथमिक विद्यालय में 56 बच्चे पढ़ते हैं। गुरुवार को ग्रामीण लगातार 6 घंटे तक धरने पर बैठे रहे. विरोध कल भी जारी रहेगा.

शिक्षा मंत्री के दबाव में शिक्षक को एपीओ करने का आरोप

ग्रामीणों ने महिला शिक्षक पर राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर दबाव बनाकर शिक्षक को एपीओ कराने का आरोप लगाया. पूर्व थाट सरपंच रामचन्द्र बारूपाल ने बताया कि 2008 से कार्यरत शिक्षक को मंत्री के फोन पर एपीओ कर दिया गया। 5 सितंबर को शिक्षक को जिला स्तर पर सम्मानित किया गया और अब एपीओ कर दिया गया है. तीन माह से गायब है महिला शिक्षक, तो बच्चों को कैसे मिलेगी शिक्षा? ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र प्रसाद मीना ने बताया कि वे 5 तारीख को मेरे पास ज्ञापन लेकर आए थे और मैंने कल ही दूसरे शिक्षक की व्यवस्था कर दी थी, लेकिन शिक्षक की जांच ग्रामीण है। वे दोबारा उसी शिक्षक को नियोजित करने पर अड़े हैं. मैं ग्रामीणों से अनुरोध करता हूं कि जांच पूरी होने के बाद शिक्षक को बहाल किया जाए।'