Jhalawar मूसलाधार बारिश से पानी में डूब गई कटी फसलें, किसान परेशान

Jhalawar मूसलाधार बारिश से पानी में डूब गई कटी फसलें, किसान परेशान
 
Jhalawar मूसलाधार बारिश से पानी में डूब गई कटी फसलें, किसान परेशान

झालावाड़ न्यूज़ डेस्क,  जिले में पिछले तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने कई इलाकों किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। तेज बरसात के कारण हजारों बीघा खेतों में कटी फसलें पानी में डूबकर खराब हो गई। इससे किसानों में मायूस छाई हुई है। उन्हें खासा आर्थिक नुकसान हुआ है।

कटने से पहले फसलों ने तोड़ा दम

झालरापाटन. सोयाबीन की फ सल 80 से 90 दिन में पक कर कटने लगती है, लेकिन इस बार ऐन वक्त पर पिछले चार दिन से लगातार बारिश के कारण खेतों में खड़ी सोयाबीन की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है। तहसील क्षेत्र के बावड़ीखेड़ा कला, गडारी, नलखाडी, प्रथयाखेडी ढाबली खुर्द, देवनगर सहित दो दर्जन से भी अधिक गांव में पिछले चार दिन से लगातार बारिश जारी है। इन सभी गांव में खेत जलमग्न हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि बारिश जारी रहने से कई फ लियों में फल नहीं आ पाया और जिन फ लियों में फल आया, वह लगातार बरसात के कारण पौधे पर ही सड़ गया। फ सल कटने का समय चल रहा है, लेकिन बारिश से लगता है कि फसल कटने लायक बचेगी भी या नहीं। उन्होंने बताया कि इस बार फ सल पूर्ण रूप से चौपट हो गई है। किसान लालचंद नागर ने बताया कि फसल को पानी के साथ हवा और धूप दोनों चाहिए, तभी दाने विकसित होते है। ंइस बार क्षेत्र में किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।

खानपुर. कस्बे सहित उपखंड क्षेत्र में रविवार को घनघोर घटाओं व बादलों की गर्जना के साथ मूसलाधार बारिश हुई। बारिश से खाळ -नाळों में उफ ान आ गया, वहीं खेतों में पानी बह निकला। दिनभर रूक रूककर हुई तेज बारिश से हजारों बीघा खेतों मे कटी पड़ी सोयाबीन की फ सलें भीग गई। कई गांवों में ज्यादा बारिश होने से कटी फसलें पानी में डूब गई तो कई स्थानों पर पानी में तैरती हुई दिखाई दी। पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश से किसानों में मायूसी छाई हुई है। कई माह तक मेहनत कर तैयार की गई फ सल आंखों के सामने पानी में बहता देख किसान सकते में है। डोबड़ा के पूर्व सरपंच जितेन्द्रसिंह राजावत ने बताया कि पदमिया, कालारेवा, भटखेडी, गुरजेनी, हालीहेडा, गाडरवाडा, डूण्डी, गोल्याखेडी, रामपुरा, भगवानपुराए सूमर, ललावता, रान्याखेडी सहित आसपास के क्षेत्र में दो घण्टे तक मूसलाधार बारिश से खेत पानी से लबालब हो गए। भराव वाले खेतों में फसलें में पानी मे डूब गई।