Jhalawar मकान खाली कराने की कोशिश की मकान मालिक पर चाकुओं से किया हमला
टीचर लालचंद ने बताया- साल 2010 में झालरापाटन की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में उसकी पत्नी के नाम लॉटरी में एक मकान खुला था। जिसकी सार संभाल के लिए अक्सर जाता रहता था। करीब डेढ़ साल पहले हार्ट प्रोब्लम होने से मकान को देखने नहीं जा पाया था। इस दौरान झालरापाटन के ही कुछ असामाजिक तत्वों ने कब्जा कर लिया।
14 दिन पहले कब्जे से छुड़वाया था मकान
30 मई को झालरापाटन पुलिस के साथ मौके पर गया था। इस दौरान बदमाशों 15 जून तक मकान छोड़ने की बात कही थी। तय समय बाद बदमाशों ने मकान खाली करने से इनकार कर दिया। इस पर 22 जून को वापस पुलिस के साथ मौके पहुंचा और मकान को खाली करवाया था।
घर लौटते समय रास्ते में किया हमला
टीचर ने बताया-रविवार की शाम वह मकान का गेट बंद करवाने के लिए झालरापाटन आया था। मकान की खिड़की को चोर उतारकर ले जा चुके थे। दोबारा कब्जे की आशंका के चलते दीवार खड़ी करने लिए मेन गेट को उतरवाया था। जहां से रात करीब 10 बजे झालरापाटन हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से झालावाड़ आ रहा था। तभी बीच रास्ते में भैंरूपुरा बस्ती में बाइक सवार तीन बदमाशों ने बाइक रुकवा ली और चाकूओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
पुलिस ने कराया हॉस्पिटल में भर्ती
अचानक हुए हमले में उसकी पीठ पर चाकू से तीन गहरे घाव हो गए और खून बहने लगा, लेकिन स्कूल टीचर बाइक स्टार्ट कर वहां से भागने में कामयाब हो गया। तेज गति से वह झालरापाटन थाने पहुंचा। जहां से पुलिस उसे उपचार के लिए झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल लेकर आई।