Jhunjhunu भड़ल्या नवमी 15 को, खूब गूंजेगी शहनाई

Jhunjhunu भड़ल्या नवमी 15 को, खूब गूंजेगी शहनाई
 
Jhunjhunu भड़ल्या नवमी 15 को, खूब गूंजेगी शहनाई

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू पिछले ढाई माह से बंद पड़ी शहनाई की गूंज फिर सुनाई देगी। पहले शुक्र तारा अस्त था। इसलिए शादी विवाह मुहूर्त मई और जून में नहीं थे। फिर आषाढ का पहला पक्ष 13 दिन का रहा। अब 15 जुलाई को भड़ल्या नवमी के अबूझ मुहूर्त पर जिले में 200 से ज्यादा शादियां होंगी। पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि सबसे ज्यादा विवाह बंधन में जोड़े 11 जुलाई और 15 जुलाई को बंधेगे। 15 जुलाई को भड़ल्या नवमी का अबूझ विवाह मुहूर्त भी रहेगा ।अब शहर के विवाह स्थलों और मैरिज गार्डन में रौनक लौट आई है। बाजार में खरीदारी का दौर शुरू हो गया है। सबसे ज्यादा खरीदारी कपड़ों व गहनों की हो रही है। पंचांगों के अनुसार, शुक्र ग्रह के उदय के पश्चात सनातन धर्मावलंबियों के लिए विवाह का शुभ मुहूर्त 15 जुलाई तक ही सीमित रहेगा। 9 जुलाई से 15 जुलाई तक पांच शुभ लग्न-मुहूर्त हैं। इसके बाद चातुर्मास प्रारंभ हो जाएगा।

17 से शादियों पर ब्रेक

17 जुलाई से देवशयन होगा। इससे शादी विवाह पर एक बार फिर ब्रेक लग जाएगा जो 4 माह के बाद 12 नवंबर को खुलेगा। 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी से ही फिर शादियों के सीजन शुरुआत होगी।

विवाह मुहूर्त

जुलाई में 9 ,11 ,12, 14 और 15 जुलाई के शुभ मुहूर्त हैं।

विवाह-योग्य मुहूर्तों का महत्व

ज्योतिष शास्त्र में विवाह को सबसे पवित्र बंधन माना गया है, इसलिए विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। शास्त्रों के अनुसार विवाह के शुभ योग के लिए नौ ग्रहों में गुरु, शुक्र और सूर्य का शुभ और उदित होना आवश्यक है। रवि-गुरु का संयोग अत्यंत सिद्धिदायक और शुभफलदायी माना जाता है. इन तिथियों पर विवाह संपन्न करना अत्यंत शुभ माना गया है।