Jhunjhunu मुख्य प्रहरी ने जेल के शस्त्रागार में रखी रिवाल्वर से अपनी कनपटी में गोली मारी

Jhunjhunu मुख्य प्रहरी ने जेल के शस्त्रागार में रखी रिवाल्वर से अपनी कनपटी में गोली मारी
 
Jhunjhunu मुख्य प्रहरी ने जेल के शस्त्रागार में रखी रिवाल्वर से अपनी कनपटी में गोली मारी

झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू मंडावा रोड स्थित जिला जेल के मुख्य प्रहरी ने रविवार को डयूटी के दौरान खुद को रिवॉल्वर से गोली मार ली। गोली कनपटी में लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार जवाहरपुरा निवासी कृष्णकुमार मेघवाल जिला जेल में मुख्य प्रहरी के पद पर तैनात था। वह शस्त्रागार प्रभारी भी था। रोजाना की तरह सुबह दस बजे वह डयूटी पर आया। सुबह पौने ग्यारह बजे के शस्त्रागार में गया और वहां पर रखी रिवाल्वर से खुद की कनपटी में गोली मार ली। गोली चलने की आवाज पर वहां पर कार्यरत स्टाफ शस्त्रागार की तरफ दौड़े तो वहां पर कृष्णकुमार अचैत अवस्था में पड़ा हुआ था और हाथ में रिवाल्वर थी। उसे तुरंत बीडीके अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया। जेल उप अधीक्षक प्रमोदसिंह शेखावत ने कोतवाली में मृग दर्ज कराई है।

अक्टूबर 2021 से था तैनात

मृतक कृष्ण कुमार मेघवाल झुंझुनूं जेल में अक्टूबर 2021 से तैनात था है। कृष्ण कुमार के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा 24 और छोटा बेटा 20 साल का है। दोनों बेटे कॉलेज में पढ़ रहे हैं। कृष्ण कुमार का परिवार जवाहरपुरा गांव में रहता है। कृष्ण जेल परिसर में बने बेरक में रहता था। रात को दो बजे डयूटी पूरी कर अपने बेरक में खाना खाकर सोया था। सुबह दस बजे नहा-धोकर और खाना खाकर डयूटी पर आया था। डयूटी पर जाने से पहले उसने अपने बेटे को फोन भी किया था कि वह डयूटी पर पहुंच गया है।

मुख्य प्रहरी के खुद को गोली मारने का क्या कारण रहा?

किसी प्रकार की कोई बात सामने नहीं आई है। न स्टाफ ने कुछ बताया और न ही उसके साथियों ने।

क्या अपने गांव जवाहरपुरा से आना-जाना करता था?

नहीं..जेल परिसर के बैरक में रहता था और यही पर सोता था।

झुंझुनूं जेल में कब से कार्यरत था?

अक्टूबर 2021 से मुख्य प्रहरी के पद पर तैनात था। उसके पास शस्त्रागार का भी प्रभार था। यह प्रभारी मुख्य प्रहरी के पास ही रहता है।

डयूटी या स्टाफ से व्यवहार से डिप्रेशन में तो नहीं था?

मुख्य प्रहरी की डयूटी हार्र्ड नहीं होती है। वह गेट पर स्टाफ को इन और आउट करने का काम ही देखता था। डयूटी से फ्री होने के बाद रोज वालीबॉल खेलता था।

कभी कोई पारिवारिक झगड़े की वजह से डिप्रेशन में रहने की बात सामने आई हो?

परिवार वाले आए थे, जिन्होंने कुछ नहीं बताया। न ही उसके साथी व स्टाफ ने परेशानी में रहने वाली कभी कोई बात शेयर की।