Pratapgarh कई खेतों में अभी हो रही खरीफ की बुवाई, अंतिम चरण में

Pratapgarh कई खेतों में अभी हो रही खरीफ की बुवाई, अंतिम चरण में
 
Pratapgarh कई खेतों में अभी हो रही खरीफ की बुवाई, अंतिम चरण में
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ जिले में इस बार मानसून के प्रवेश के दौरान से ही खंड बारिश हो रही है। जिससे खरीफ बुवाई भी काफी प्रभावित हो रही है। कई जगह तो हालात यह है कि अभी बुवाई का दौर अंतिम चरण में है। जबकि जिन इलाकों में मानसून पूर्व बारिश हो गई। वहां पर फसलें अंकुरित हो गई है। जबकि कई इलाकों में अभी बुवाई का दौर चल रहा है।

गौरतलब है कि जिले में इस वर्ष कृषि विभाग की ओर से कुल लक्ष्य एक लाख 93 हजार हैक्टेयर रखा गया है। इसकी एवज में अब एक लाख 60 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई है। जबकि अन्य इलाकों में बुवाई का दौर चल रहा है। वहीं कई इलाकों में बारिश का इंतजार किया जा रहा है। जिले में खरीफ की सीजन में सबसे अधिक सोयाबीन की फसल बोई जाती है। जिले में इसका लक्ष्य एक लाख 25 हजार हैक्टेयर रखा गया है। जबकि अब तक एक लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। इसके साथ ही मक्का बुवाई का लक्ष्य 50 हजार हैक्टेयर में रा गया है। इसकी एवज में अब तक 30 हजार हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर शुरुआत में अच्छी बारिश वाले इलाकों के खेतों में बुवाई की गई थी। वहां फसलें अंकुरित हो गई है। इसके साथ ही जिले में खंड बारिश हुई है। जिससे कई इलाकों में अभी बुवाई का दौर चल रहा है।

अरनोद क्षेत्र में इन दिनों खरीफ फसल बुवाई का दौर अंतिम चरण में चल रहा है। वहीं दूसरी ओर पहली बारिश में बोई गई फसलें अंकुरित हो गई है। कई खेतों में अभी फसलों में अंकुरण भी हो रहा है। ऐसे में किसान वर्ग भी अपने खेतों में व्यस्त है। क्षेत्र में इन दिनों सोयाबीन, मक्का और कुछ स्थानों पर उड़द की बुवाई का कार्य चल रहा है। कई खेतों में अंकुरित फसलों में निराई-गुड़ाई का कार्य भी शुरू हो गया है। जबकि कई खेतों में खरपतवार हटाने के लिए कुलपा शुरू किए गए है। मेरियाखेड़ीक्षेत्र में इन दिनों ोतों में फसलें अंकुरित हो गई है। वहीं कई खेतों में अभी बुवाई का दौर भी चल रहा है। जिससे किसान भी अपने खेतों में व्यस्त है। इसके साथ ही मानसून की तेज बारिश नहीं हो रही है। जिससे अभी नदी-नालों में पानी की आवक नहीं हुई है।