सोशल साइट्स से खुलेआम हो रही है शराब की मार्केटिंग, बढ़ा अपराध, प्रशासन पर उठे सवाल

सोशल साइट्स से खुलेआम हो रही है शराब की मार्केटिंग, बढ़ा अपराध, प्रशासन पर उठे सवाल
 
सोशल साइट्स से खुलेआम हो रही है शराब की मार्केटिंग, बढ़ा अपराध, प्रशासन पर उठे सवाल

जयपुर न्यूज़ डेस्क, प्रदेश में शराब के प्रचार-प्रसार पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद सोशल साइट्स पर धड़ल्ले से शराब की मार्केटिंग हो रही है। इतना ही नहीं, कई क्लब संचालक तो प्रोफेशनल मॉडल्स से शूट करवाकर वीडियो, फोटो अपलोड कर रहे हैं। इससे आबकारी महकमे के अफसर अनजान बने हुए हैं।  दरअसल, युवाओं को लुभाने के लिए बार और क्लब संचालकों की ओर से उनके सोशल पेज पर शराब के विभिन्न ब्रांड्स की मार्केटिंग की जा रही है। जिसमें सस्ती बीयर व शराब उपलब्ध करवाने समेत कई प्रकार के ऑफर दिए जा रहे हैं। कई रील्स के हजारों की संख्या में लाइक्स देखे जा रहे हैं। कई शराब निर्माता कंपनियां भी ऐसा ही कर रही है। इस तरह से हो रही शराब की ऑनलाइन मार्केटिंग का असर युवा ही नहीं किशोर-बच्चों पर भी पड़ रहा है। क्योंकि बच्चे भी पढ़ाई में स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में वो भी सोशल साइट्स व अन्य प्लेटफार्म का उपयोग करते हैं। इससे उनके परिजन भी चिंतित है।

बड़ा सवाल….तरीका गलत, कैसे हो सख्ती ?

एक आबकारी अधिकारी ने बताया कि नियमों के तहत सोशल साइट्स पर शराब की मार्केटिंग करना अवैध है। क्लब या बार की मार्केटिंग की जा सकती है, लेकिन इसमें शराब के किसी ब्रांड की मार्केटिंग नहीं की जा सकती है। राजस्थान में एक्साइज रूल्स के तहत शराब के प्रचार-प्रसार पर कार्रवाई का प्रावधान है। यह कानून सोशल साइट्स पर भी लागू होता है। लेकिन निगरानी के लिए विभाग के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। आबकारी अफसर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इस वजह से लोग इसका फायदा उठा रहे हैं।