Sirohi भ्रमण के लिए बेहतर स्पॉट बन रही मातृवन में विकसित लव-कुश वाटिका

Sirohi भ्रमण के लिए बेहतर स्पॉट बन रही मातृवन में विकसित लव-कुश वाटिका
 
Sirohi भ्रमण के लिए बेहतर स्पॉट बन रही मातृवन में विकसित लव-कुश वाटिका

सिरोही न्यूज़ डेस्क, शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर हीरापुरा के पास आबूरोड-अंबाजी मार्ग पर वन क्षेत्र ’’मातृ वन’’ परिसर में विकसित लव-कुश वाटिका शहरवासियों के भ्रमण स्पॉट के रूप में पहचान बना रही है। यहां बच्चों के मनोरंजन के लिए सुविधाएं जुटाई गई हैं। अरावली की पहाड़ियों के समीप विभिन्न औषधीय पेड़ों से घिरी इस वाटिका को दूर से देख व्यक्ति खिंचा चला आता है। इसके निर्माण में वन कर्मियों ने भी अपना पसीना बहाया है। सिरोही जिले में ऐसी वाटिका सिरोही व आबूरोड में ही हैं। आबूरोड में पिछले साल वाटिका का निर्माण हुआ था।वाटिका में वॉच टावर, छतरियां, झूले, एक्सरसाइज के उपकरण, मार्गों पर सोलर लाइटें, पानी की बड़ी हौद, वन कर्मियों की ओर से तैयार नाड़ी, पेयजल आदि सुविधाएं हैं।

रोजाना वाटिका में आते हैं लोग

यहां के शुद्ध वातावरण से हरेक व्यक्ति को सुकून मिलता है। यहीं, कारण है कि शहर के रीको, पुराना चकपोस्ट व आसपास क्षेत्र के लोग व बच्चे भ्रमण के लिए सुबह-शाम यहां आते हैं। ज्यादा संख्या शाम को व अवकाश के दिन रहती है।

2600 पौधे लगाए

13 हैक्टेयर में फैले मातृ वन में गूगल, नीम, पीपल, फूल, सीताफल, बबूल वेलिया आदि प्रजाति के करीब 2600 पौधे लगाए गए हैं। वन कर्मियों ने इन पौधों को सींचा। अब ये पौधे पेड़ का आकार ले रहे हैं। ये पेड़ लव-कुश वाटिका की सुंदरता बढ़ा रहे हैं।

बनेगा इंटरप्रिटेशन सेंटर

बड़े अभयारण्य क्षेत्र की तर्ज़ पर वाटिका में इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। जिस पर करीब 30 लाख रुपए खर्च होंगे। इस कार्य के शीघ्र टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। इस सेंटर पर मातृवन के भीतर के वन्य जीवों, प्रकृति, ग्रामीण परिवेश आदि रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारियां एक मॉडल के माध्यम से दर्शाई जाएगी।