Bhilwara जहाजपुर में पथराव के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन का आह्वान

Bhilwara जहाजपुर में पथराव के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन का आह्वान
 
Bhilwara जहाजपुर में पथराव के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन का आह्वान

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, जहाजपुर कस्बे में जलझूलनी एकादशी पर किला मंदिर से आ रहे भगवान पीतांबर राय के बेवाण पर एक पक्ष के लोगों द्वारा पथराव करने के बाद उपजे विवाद के बाद भगवान का बेवाण अभी भी कल्याणजी के मंदिर में रखा हुआ है। समग्र हिंदू समाज व पीतांबर श्याम संघर्ष समिति ने प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए एक अक्टूबर को जहाजपुर कस्बे में महापड़ाव का आह्वान किया है। कस्बे सहित क्षेत्र के गांवों में घर-घर जाकर पीले चावल देकर महापड़ाव में आने का निमंत्रण दिया जा रहा है। सनातन हिंदू उत्सव समिति के ओम कांटिया ने आज प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया को बताया-जहाजपुर में जलझूलनी एकादशी के पर्व पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने षडयंत्र कर पीतांबर श्याम मंदिर के बेवाण व धार्मिक यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं पर पथराव किया। जिसके विरोध में जिला प्रशासन को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने, धार्मिक स्थल पर अवैध अतिक्रमण व अवैध निर्माण को हटाने व सीमांकन करने सहित 12 सूत्रीय मांग पत्र दिया गया था।

जिला कलेक्टर शाहपुरा ने 3 दिन में कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। फिर भी हिंदू समाज जहाजपुर ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर निवेदन किया था। लेकिन प्रशासन ने एक समुदाय के दबाव व पत्थरबाजों से मिलीभगत के चलते कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते समस्त हिंदू समाज जहाजपुर को उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

सम्पूर्ण हिंदू समाज जहाजपुर ने 1 अक्टूबर को न्याय यात्रा व महापड़ाव का आयोजन किया है। जिसमें जिले भर से सनातनी संत भाग लेंगे। संतों के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जहाजपुर तहसील के सभी व्यापारी संघ भी विरोध स्वरूप अपने प्रतिष्ठान बंद कर इस महापड़ाव में शामिल होंगे।

विहिप पदाधिकारी शशिकांत पटैरिया ने बताया कि प्रशासन को मांगों का 12 सूत्री ज्ञापन दिया गया, जिसमें बेवां में पथराव की घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, दूसरे पक्ष के धार्मिक स्थल का सीमांकन, शहर में 1980 के सर्वे के बाद बने अवैध धर्मस्थलों को ध्वस्त करने, मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने सहित अन्य मांगे शामिल हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर करीब 50 हजार लोग जहाजपुर बस स्टैंड पर महापड़ाव में शामिल होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।