Dungarpur में मंदिर और मकान पर बदमाशों ने बोला धावा, नकदी चोरी

Dungarpur में मंदिर और मकान पर बदमाशों ने बोला धावा, नकदी चोरी
 
Dungarpur में मंदिर और मकान पर बदमाशों ने बोला धावा, नकदी चोरी

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर जिले में चोरियों की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही है। बदमाश पहले सूने मकानों को निशाना बना रहे थे। लेकिन, वह अब मंदिरों को भी निशाना बना रहे है। इसके बावजूद पुलिस इन पर नकेल नहीं कस पा रही है। ताजा मामला दोवड़ा थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव के मंदिर का है। जहां से बदमाश लाखों रुपए के चांदी के छत्र व नकदी चोरी कर भाग गए। इसको लेकर मंदिर पंडित ने दोवड़ा थाने में रिपोर्ट दी है।रिपोर्ट में रामगढ़ निवासी बंशीलाल पुत्र गणेशलाल सुथार ने बताया कि गांव के गातरोजी मंदिर में वो 2007 से पुजारी के पद पर नियुक्त है। रोज की तरह 25 सितंबर की रात को मंदिर बंद कर घर गया और खाना खाकर सो गया। 26 सितंबर की सुबह मंदिर में पुष्प रखने आए माली का फोन आया और उसने मंदिर के दरवाजे का ताला टूटे होने की जानकारी दी। इस पर मौके पर पहुंचा तो मंदिर के अंदर दान पेटी क्षतिग्रस्त थी।

मंदिर के छत्र गायब थे। मंदिर में चोरी की सूचना पर मौके पर भीड़ जमा हो गई। सूचना पर दोवड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी लेने के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। पुजारी बंशीलाल ने रिपोर्ट में बताया कि मंदिर की दानपेटी में लगभग ढाई लाख रुपए के होने की संभावना है। वहीं, मंदिर से नौ चांदी के छत्र गायब है। छत्र का वजन लगभग एक किलोग्राम है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में बदमाशों ने दोवड़ा थाना क्षेत्र के कोलखण्ड़ा पाल गांव में विजाहण माता में चोरी की वारदात करने की कोशिश की थी। वहीं, इससे पूर्व कनबा स्थित हनुमान मंदिर में चोरी की वारदात हो चुकी है।

ग्राम पंचायत घोड़ापला में दो सूने मकानों को चोरों ने निशाना बनाया। यहां से नकदी सहित लाखों की चोरी कर भाग गए। घोड़ापला के पूज्यवर्धन सिंह पुत्र भोपाल सिंह के दादा के मकान में चोरी हुई। बदमाश घर का ताला तोड़कर अंदर घुसे एवं तिजोरी तोड़ी। यहां से गहने, नकदी व कीमती सामान ले गए। मकान मालिक देवदर्शन के लिए यात्रा में गए हुए थे, पीछे बदमाशों ने मौका पाकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने उसी रात एक अन्य मकान में भी चोरी का प्रयास किया, लेकिन जाग होने से बदमाश भाग निकले। इधर, सूचना पर सरोदा थानाधिकारी भुवनेश चौहान जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। मौका मुआयना कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।