Nagaur बारिश की कमी के कारण लक्ष्य का 35% भी नहीं हो पाया बुआई का कार्य

Nagaur बारिश की कमी के कारण लक्ष्य का 35% भी नहीं हो पाया बुआई का कार्य
 
Nagaur बारिश की कमी के कारण लक्ष्य का 35% भी नहीं हो पाया बुआई का कार्य
नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर प्रदेश में भले ही मानसून व मानसून पूर्व की बारिश ने अच्छा पानी बरसाया, लेकिन नागौर जिले के कई क्षेत्र आज भी सूखे हैं । किसान अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं, ताकि खरीफ की बुआई कर सकें।नागौर जिले की नागौर, मूण्डवा, खींवसर, जायल, डेह, मेड़ता, रियांबड़ी, डेगाना व सांजू तहसीलों में इस साल मात्र 80 एमएम औसत बारिश हुई है, जबकि जुलाई माह में मात्र 25 एमएम औसत बारिश हुई। इसमें भी सबसे अधिक 62 एमएम मेड़ता तहसील में हुई। शेष सभी 8 तहसीलों में 40 एमएम से अधिक बारिश नहीं हुई। ऐसे में जिले के ज्यादातर क्षेत्रों में अब तक खरीफ फसलों की बुआई नहीं हो पाई है।

कृषि विभाग के अनुसार जिले में 8 जुलाई तक मात्र 2.90 लाख हैक्टेयर में ही बुआई हो पाई। गौरतलब है कि कृषि विभाग ने इस बार डीडवाना-कुचामन नया जिला बनने के बाद नागौर जिले में खरीफ बुआई का लक्ष्य साढ़े 8 लाख हैक्टेयर का रखा, जिसमें अकेले मूंग का साढ़े चार लाख हैक्टेयर है, लेकिन 8 जुलाई तक जिले में मात्र 2 लाख, 90 हजार 765 हैक्टेयर में बुआई हुई है। इसमें भी मूंग की बुआई करीब एक लाख हैक्टेयर में, बाजरा की करीब 75 हजार हैक्टैयर में तथा वाणिज्यिक फसलें ग्वार व कपास की करीब 85 हजार हैक्टेयर में बुआई हुई है। किसानों का कहना है कि अच्छी बारिश नहीं होने से बुआई का समय बीत रहा है। यदि समय पर बारिश नहीं हुई तो इस बार बुआई का लक्ष्य आधा भी पूरा नहीं हो पाएगा।