Nagaur ग्रामीणों ने कहा- पानी का विवाद नहीं सुलझा तो हो सकता है खून-खराबा

Nagaur ग्रामीणों ने कहा- पानी का विवाद नहीं सुलझा तो हो सकता है खून-खराबा
 
Nagaur ग्रामीणों ने कहा- पानी का विवाद नहीं सुलझा तो हो सकता है खून-खराबा

नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर एडीएम को ज्ञापन देने पहुंचे ग्रामीण। हरिपुरा में तालाब होते हुए भी खोड़वा से भरना चाहते है टैंकर खोड़वा के लोगों ने बताया कि हरिपुरा में नाडी की खुदाई को लेकर काफी रुपए खर्च करने पर भी बारिश के 20 दिन बाद पानी की समस्या उत्पन्न होने का कहते है। इसलिए जांच करवाकर इनके खिलाफ उचित कदम उठाना चाहिए। खोड़वा में एकमात्र नाडी है, जिसका पानी पीने योग्य है। 3 साल बारिश नहीं होने के कारण ग्रामीणों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी की समस्या को लेकर अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया लेकिन समाधान नहीं हुआ। खोड़वा के ग्रामीणों को कहना है कि हरिपुरा में पीएचईडी व नहरी पानी की व्यवस्था होने के बाद भी प्रशासन द्वारा दबाव डाला जा रहा है। हरिपुरा के लोगों को समझाने के बाद भी टैंकरों से पानी ले जा रहे। इस मामले को लेकर सरपंच ने ग्रामीणों को गुमराह करके कलेक्‍टर व एसडीएम के पास ले जाता है और ग्रामीणों को भड़काता है। इस मामले को लेकर पुलिस थाना भावण्डा में दोनों गांवों की समझाइस के लिए बुलाया गया, जिसमें खोड़वा के सभी जाति के लोग पहुंचे, जिस पर राजीनामा का प्रयास किया गया। नागौर. खोड़वा में बैठक कर समाधान निकालते ग्रामीण व प्रशासनिक अधिकारी।

एडीएम को लोगों ने कहा कि तीन बातों पर वो हरिपुरा के गांवों से सहमति बना सकते है। एक तो गांव की भैरव नाडी के पानी को हरिपुरा के लोग पीने के लिए ले जा सकते है। दूसरी बात में कहा कि केवल मटके और गैलन से पानी ले जा सकते है क्योंकि टैंकर खोड़वा के लोग भी नहीं लाते है। तीसरी बात अगर टैंकर ले जाए तो 500 रुपए की रसीद गोशाला में कटवाए। वहीं, देर शाम एडीएम चंपालाल जीनगर के निर्देश पर एसडीएम हरिसिंह शेखावत, तहसीलदार महेंद्र सिंह, बीडीओ राजेंद्र कुमार, भावण्डा थानाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने खोड़वा तालाब पर पहुंच कर समझौता करवाया।

जिसमें तय किया गया कि हरिपुरा के ग्रामीण भैरुनाडा तालाब से पानी भर सकते है। ज्ञापन देने के दौरान सोहनराम, रामगोपाल मुंडेल, संपतराम, बाबुलाल, महिपाल बुगासरा, श्रवणराम बावरी, मोतीराम, निंबाराम, मुन्नाराम ईनाणियां, गिरधारी बावरी, परसाराम ईनाणियां, मंछाराम, सुखराम, हरसुखराम सहित ग्रामीण मौजूद रहे।नागौर खींवसर उपखण्ड के निकटवर्ती गांव खोड़वा और हरिपुरा के बीच पानी के टैंकर भरने को लेकर विवाद चल रहा है। जिसको लेकर सोमवार को दोपहर में खोड़वा के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे और एडीएम चंपालाल जीनगर को ज्ञापन दिया। इसके साथ ही चेतावनी दी कि अगर पानी के विवाद का समाधान नहीं हुआ तो खून खराबा हो सकता है। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि हरिपुरा में नाडी, पीएचईडी व नहरी पानी पाइप लाइन होने के बाद भी खोड़वा की नाडी से टैंकर भरकर खाली कर रहे है। जिस कारण से आगामी दिनों में खोड़वा में पेयजल संकट का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों ने बताया कि हरिपुरा और खोड़वा गांव अलग-अगल है तथा दोनों गांवों की ग्राम पंचायत भी अलग-अलग है। लेकिन एससी-एसटी एक्ट की आड़ में धमका रहे है। इसको लेकर खोड़वा के ग्रामीणों में रोष है। प्रशासन ने इसका समाधान नहीं निकाला तो दोनों गांवों के लोगों के बीच टकराव हो सकता है।