Udaipur लेकसिटी के 40 किमी दायरे में नाइट कैंपिंग और ट्रैकिंग, पर्यटकों की भीड़

Udaipur लेकसिटी के 40 किमी दायरे में नाइट कैंपिंग और ट्रैकिंग, पर्यटकों की भीड़
 
Udaipur लेकसिटी के 40 किमी दायरे में नाइट कैंपिंग और ट्रैकिंग, पर्यटकों की भीड़

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर  घूमने के लिए पूरे साल में विंटर्स का खास इंतजार किया जाता है। बारिश थमने के बाद नवंबर-दिसंबर में एडवेंचर ट्रैवल लवर्स भी लगभग हर वीकेंड पर नई-नई जगह एक्सप्लोर करने के लिए निकल जाते हैं। उदयपुर के ट्रैवल लवर्स ने भी कैंपिंग शुरू कर दी है। बीते कुछ सालों में इसका ट्रेंड काफी बढ़ चुका है।शहर के आसपास कई ऐसी कैंपिंग साइट्स उभरकर आई हैं, जहां फुटफॉल बढ़ा है। नाइट कैंपिंग पसंद करने वाले शहर के ट्रैवल ग्रुप्स यहां जा रहे हैं। साथ ही डोमेस्टिक और इंटरनेशनल टूरिस्ट के लिए भी ये अट्रैक्शन पॉइंट है। कई प्राइवेट फर्म जंगल, झील, पहाड़ों जैसे अलग-अलग स्थानों पर कैंपिंग करवाते हैं।   शहर के ट्रैवल ग्रुप्स से ऐसे ही नाइट कैंपिंग की पसंदीदा लोकेशन और इनकी खासियत जानी।

मेवाड़ एडवेंचर्स ग्रुप के रिषभ जैन ने बताया कि हमारा ग्रुप हर साल विंटर में उदयपुर के आसपास की लोकेशन पर नाइट कैंपिंग और ट्रैकिंग के लिए जाता है। इसके लिए नई लोकेशन सर्च करते हैं।ज्यादातर जगहों के लिए दोपहर में निकलते हैं और शाम तक लोकेशन पर पहुंच जाते हैं। यहां रात में कैंपिंग करते हैं और सुबह ट्रैकिंग करते हैं। उदयसागर लेक पर भी कैंपिंग के लिए कई ऐसे टूरिस्ट आते हैं। यहां लेक और माउंटेन साइट्स पर कैंपिंग होती है। इसमें गुजरात, महाराष्ट्र जैसे डोमेस्टिक टूरिज्म के साथ इंटरनेशनल टूरिस्ट भी शामिल हैं। नवंबर से फरवरी तक वीकेंड्स और क्रिसमस, न्यू ईयर पर प्री बुकिंग रहती है। यहां लेक, माउंटेन और फॉरेस्ट तीनों साइट्स पर नाइट कैंपिंग होती है।रणकपुर-कुंभलगढ़ रोड पर उदयपुर से 40 किमी दूर अमरचंदिया लेक पर कई प्राइवेट फर्म कैंपिंग करवाती हैं। यहां नाइट कैंपिंग, नाइट ट्रैकिंग के अलावा कयाकिंग, स्पीड बोट और पेडल बोटिंग भी की जाती है। यहां लेक व्यू के साथ फॉरेस्ट में ट्रैकिंग के दौरान पैंथर भी दिखते हैं।

इन लोकेशन पर हो रही कैंपिंग

उदयपुर से माउंट आबू रोड पर 40 किमी दूर बुझ का नाका है। यहां लेक किनारे अपना टेंट लगाकर कैंपिंग कर सकते हैं। ऐसे ही 45 किमी दूर जंगलों के बीच मायरा की गुफाओं में एडवेंचर कैंपिंग के लिए अच्छी लोकेशन है। यह महाराणा प्रताप का शस्त्रागार था, जिसकी नेचुरल गुफाएं बनी हुई हैं।सोलो ट्रैवलर्स और एडवेंचर ट्रैवल लवर्स के बीच इन दिनों धुलिया बावजी कैंपिंग साइट भी लोकप्रिय है। उदयपुर से 40 किमी दूर इस पहाड़ी का रास्ता बहुत एडवेंचर्स है। नेचर लवर्स के लिए यह नेचर से कनेक्ट होने के लिए बेहतरीन स्थानों में से एक है। ऐसे ही बाघदड़ा नेशनल पार्क में वन विभाग की ओर से कैंपिंग कराई जाती है। देलवाड़ा जैन टेंपल फॉरेस्ट कैंप में भी कई लोगों का रुझान है। फुलवारी की नाल पानरवा, बड़ी, उबेश्वरजी, एकलिंगजी, धुलिया बावजी, अलसीगढ़, पीपलिया, सज्जनगढ़ में भी ट्रैकिंग और कैंपिंग होती है।