Alwar विजय नगर में निरंकारी समागम, देश भर से आई संगत
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर शहर के विजय नगर के मैदान में रविवार को निरंकारी समागम हुआ। सतगुरु माता सुदीक्षा ने कहा कि जब ब्रह्मज्ञान प्राप्त करके आत्मा का नाता परमात्मा से जुड़ता है तो सभी प्रकार की भ्रांतियां, ऊंच-नीच का भेदभाव स्वत: ही समाप्त हो जाता है। फिर कोई भी बेरी या बेगाना नहीं लगता अपितु सब अपने ही लगने लगते हैं। फिर यह भावना बनती है कि ’ना कोई बेरी ना बेगाना सकल संग हमको बन आई’ और यह एक प्रभु परमपिता परमात्मा को जानकर ही संभव है। उन्होंने कहा कि अमन-प्रेम-भाईचारे एवं मिलवर्तन की भावना इंसान के मन में केवल एक निरंकार प्रभु को जानकर ही संभव है। इस अवसर पर लघु कवि दरबार के महात्माओं ने अलग-अलग भाषा में कविता प्रकट की। राजस्थानी सामूहिक गीत (लोकेश एवं साथी) आकर्षण का केंद्र बना रहा। राजा कुमारी का गीत भी बहुत पसंद किया गया। पावटा जोन के जोनल इंचार्ज बनवारी लाल ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर वन मंत्री संजय शर्मा ने सतगुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया।
भक्तिमय वातावरण, जयकारों से गूंजा क्षेत्र: विजयनगर मैदान में जैसे ही निरंकारी सतगुरु माता का आगमन जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। मानव परिवार का महाकुंभ साकार रूप में सतगुरु के दर्शन करके अपने आप को भाग्यशाली समझ रहा था। संगत में उत्साह के साथ साथ श्रद्धा और प्रेम दिखाई दिया। इस दौरान जयपुर से आया हेमराज नामक व्यक्ति सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। इन्होंने सेहरा लगाया हुआ था और कोट पैंट भी पहना हुआ था।
मेले जैसा माहौल: निरंकारी समागम में अलवर जिले से ही नही बल्कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों की संगत आई हुई थी। हजारों की संख्या में संगत के आने से मेले का माहौल बना हुआ था। पांडाल में जाने से पूर्व सभी की जांच की जा रही थी। निरंकारी बहनों का ड्रेस कोड आसमानी कुर्ता व सफेद सलवार व चुन्नी थी। पुरुषों का ड्रेस कोड खाकी ड्रेस व सफेद टॉपी थी। इस अवसर पर पांडाल के अंदर व बाहर भारी पुलिस बल मौजूद रहा।