Dholpur स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं, घटना होने पर सुराग तलाशते रहते

Dholpur स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं, घटना होने पर सुराग तलाशते रहते
 
Dholpur स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं, घटना होने पर सुराग तलाशते रहते

धौलपुर न्यूज़ डेस्क, धौलपुर चोरी की वारदातें और जघन्य अपराधों को सुझलाने में अहम भूमिका निभाने वाले सीसीटीवी कैमरों को अब हर कोई तरजीह दे रहा है। प्राइवेट सेक्टर से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। लेकिन आपको यह जानकारी हैरानी होगी कि धौलपुर रेलवे स्टेशन पर एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ है। स्टेशन पर एक कैमरा लगा है वह भी विभागीय कक्ष में है। वर्तमान में तीन प्लेटफार्म वाले धौलपुर रेलवे स्टेशन पर एक भी सीसीटीवी नहीं है। हालांकि, स्टेशन विस्तार कर रहा है और आने वाले दिनों में स्टेशन पर करीब नौ लाइन हो जाएगी। इसमें अप-डाउन के आलवा एक थर्ड लाइन भी शामिल होगी। ऐसे में अगर कोई अप्रिय घटना घटित हो जाए तो उसके कारणों का पता कैसे लगेगा।

धौलपुर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के लिहाज से एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है। मौजूदा समय में स्टेशन पर लंबी रूट की 24 ट्रेनों का स्टॉपेज है। हर दिन लगभग 5 हजार यात्री धौलपुर स्टेशन से यात्रा के लिए ट्रेन पकड़ते हैं। रेलवे स्टेशन पर आए दिन यात्रियों के साथ कई बार अप्रिय वारदातें होती हैं, लेकिन रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था रेलवे नहीं कर पाया है। रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगे होने से स्टेशन से बाहर व अंदर जाने वाले लोगों पर नजर रहती है। सीसीटीवी कैमरे से जरूरत पडऩे पर इन कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली जा सकती है। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था पुता करने व संदिग्धों पर नजर रखने के लिए तथा वारदात होने के बाद आरोपितों की पहचान कर कार्रवाई व धरपकड़ में मदद के लिए सीसीटीवी कैमरों की वर्तमान में अहम भूमिका रहती है। बावजूद इसके रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर भारी उदासीनता जिमेदारों की ओर से बरती जा रही हैं। जानकारों की मानें तो सुरक्षा की दृष्टि से धौलपुर रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा होना बेहद जरूरी है। फिलहाल स्टेशन पर एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है।

कैमरे न होने से हो सकती है परेशानी : रेलवे स्टेशन जैसे पब्लिक प्लेसपर सीसीटीवी कैमरे न होने की वजह से कई घटनाएं कैद नहीं हो पाती हैं। उदाहरण के तौर पर स्टेशन पर अगर चोरी की वारदात होती है तो कैमरे ना होने की वजह से कोई संदिग्ध पुलिस की नजर में नहीं आएगा। बढ़ते अपराध को देखते हुए रेलवे स्टेशन जैसी जगह पर सीसीटीवी कैमरों का होना आवश्यक है। अगर कोई वारदता होती भी है तो वह तीसरी आंख से नहीं बच पाएगी। हो चुकी हैं पूर्व में घटनाएं : बता दें कि स्टेशन पर पूर्व मेें कुछ घटनाएं हो चुकी है। इसमें एक एमबीबीएस छात्रा का अज्ञात जने मोबाइल पार कर ले गए। इसी तरह पूर्व में स्टेशन पर कुछ युवकों ने ट्रेन पर पत्थरनुमा कुछ फेंका, जिस पर शिकायत हुई। लेकिन प्लेटफार्म पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से उक्त घटनाओं में को लेकर संदिग्ध हाथ नहीं आ पाए। हालांकि, पत्थर नुमा चीज फेंकने के मामले में पड़ताल की गई थी। इसी तरह स्टेशन पर आरपीएफ सुरक्षाकर्मी के हथियार चलने की घटना भी उलझ गई थी।

अभय कमाण्ड की भी नहीं पहुंच

बता दें कि शहर में अभय कमाण्ड की भी कई सार्वजनिक स्थल और चौराहों पर अभी तक पहुंच नहीं है। इसमें स्टेशन का एरिया भी शामिल है। फाइबर केबल नहीं बिछी होने से यहां शहर में कई मुय स्थानों पर अभय कमाण्ड सेंटर के सीसीटीवी कैमरे नहीं है। ऐसे में कई दफा वारदात होने पर पुलिस को निजी कैमरों की मदद लेनी पड़ती है।