Nagaur चांदारूण रेलवे फाटक पर 37 करोड़ की लागत से बन रहा ओवरब्रिज

Nagaur चांदारूण रेलवे फाटक पर 37 करोड़ की लागत से बन रहा ओवरब्रिज
 
Nagaur चांदारूण रेलवे फाटक पर 37 करोड़ की लागत से बन रहा ओवरब्रिज

नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर  शहर के चांदारुण रेलवे फाटक पर चल रहे ओवरब्रिज एवं अंडरब्रिज निर्माण कार्य में कई प्रकार की लापरवाही एवं अनियमितताएं सामने आ रही है। करीब 37 करोड़ की लागत से रेलवे की ओर से निर्माणाधीन इस ओवरब्रिज व अंडरब्रिज निर्माण कार्य में निर्माण कर रही एजेंसी व ठेकेदार जमकर सुरक्षा मानकों एवं नियमों को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं। लापरवाही का खामियाजा जनहानि से उठाना पड़ सकता है। निर्माण एजेंसी का ठेकेदार रेलवे फाटक के आसपास के क्षेत्र में अलग-अलग ओवरब्रिज के लिए लोहे के बड़े पिलर तैयार कर रहा है। इसके लिए चांदारुण रेलवे फाटक को पिछले महीने से पूर्णतया बंद कर दिया है। इससे कोई व्यक्ति भी फाटक पार नहीं कर सकता। दूसरी ओर फाटक के पास ही चल रहे निर्माण कार्य में सुरक्षा की दृष्टि से आसपास जहां गहरे खड्ढे खोदे गए हैं। पिलर खड़े किए जा रहे हैं, भारी भरकम लोहे के सामग्री रखी जा रही है। लेकिन सुरक्षा नियमों पर ध्यान नहीं है। गहरे खड्ढों व पिलरों के आसपास सुरक्षा दृष्टि से मार्ग को लोहे के बड़े बोर्ड लगाकर बंद करना चाहिए। वहां पर मात्र हल्के तार लगा दिए गए हैं। दूसरी ओर रेलवे के अधिकारी, इंजीनियर व उच्चाधिकारी जो निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे हैं वह भी आंखें मूंद कर बैठे हैं।

वाहन चालक परेशान

निर्माण कार्य के दौरान जहां पंचायत समिति, कोर्ट, एसडीएम ऑफिस के सामने पिलर तैयार किए गए। वहां पर खड्ढ़े खोदकर रेत के टीले ऐसे ही छोड़ दिए गए हैं। रास्ता खोल दिया गया है। इससे उड़ रही मिट्टी और धूल से लोग परेशान हैं। रेलवे फाटक, राजपूत सभा भवन से लेकर इधर आगे तक जहां रास्ता बंद है। वहां पर जगह-जगह लोहे के तार और सामग्री डाल दी गई है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। सिक्योरिटी गार्ड और नियमों को दरकिनार करते हुए निर्माण एजेंसी काम में जुटी हुई है। राजपूत सभा भवन के आसपास बड़ी संया में किराणा- परचूनी, दूध डेयरी, पंचर की दुकान, नाई की दुकान सहित सभी प्रकार की दुकानें है जो पूर्णतया बंद हो गई है। इससे इन दुकानदारों की रोजी-रोटी छिन गई है।