Pali आनुवांशिक रोग जिससे होते कुपोषण के शिकार वे नहीं खा सकते गेहूं व जौ

Pali आनुवांशिक रोग जिससे होते कुपोषण के शिकार वे नहीं खा सकते गेहूं व जौ
 
Pali आनुवांशिक रोग जिससे होते कुपोषण के शिकार वे नहीं खा सकते गेहूं व जौ

पाली न्यूज़ डेस्क, पालीसीलिएक रोग गेहूं एवं जौ में पाया जाने वाले प्रोटीन ग्लूटेन के लिए आनुवांशिक असहनशीलता है।जिससे छोटी आंत की परत में खास बदलाव होते हैं। कुपोषण होता है। यह रोग आनुवांशिक है। एक शोध के अनुसार उत्तर भारतीय समुदाय के हर 96 में से 1 व्यक्ति को सीलिएक रोग है। इस रोग वाले लोगों के नजदीक के 10 से 20 प्रतिशत रिश्तेदार भी प्रभावित होते हैं।कुछ लोगों में बचपन में सीलिएक के लक्षण पाए जाते हैं। कई मरीजों में वयस्कता में लक्षण दिखते है। लक्षणों की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है कि छोटी आंत कितनी प्रभावित हुई है। वयस्कों में पाचन संबंधी लक्षण या अन्य लक्षण हो सकते हैं। कई वयस्कों में पाचन संबंधी कोई लक्षण नहीं होते हैं।

बच्चों में यह लक्षण दिखते हैं

बच्चों में अनाज (जिनमें ग्लूटेन अधिक होता है) देना शुरू करने के बाद या प्रारंभिक बचपन में लक्षण शुरू हो सकते हैं। बच्चों में पेट दर्द, पेट फूलना, हल्के रंग का असामान्य रूप से दुर्गंधयुक्त भारी मल (स्टीटोरिया), बच्चे का सामान्य गति से नहीं बढ़ना, कमजोर, पीले व सुस्त नजर आना, छोटा कद, रक्त की कमी, थकान, कमजोरी, रक्त में प्रोटीन का कम स्तर कम होने से सूजन आना, विटामिन बी-12 के कमी से हाथ व पैरों में चुभन महसूस होना, कैल्शियम की कमी से हड्डियों का टूटना, हड्डियों व जोड़ों में दर्द होना, दांतों का रंग बदलना, दांत दर्द व टूटना, हार्मोन के कम उत्पादन के कारण लड़कियों में मासिक धर्म देरी से आना आदि।

बीमारी के लक्षण

● कमजोरी होना और भूख नहीं लगना।

● दस्त लगना, उसका अक्सर तैलीय या चिकना होना।

● वजन घटना, एनीमिया या मुंह में छाले होना।

● पतली हड्डियां (ऑस्टियोपोरोसिस या ऑस्टिओपेनिया)

● चर्म में छोटे फफोले के साथ दर्दनाक, खुजलीदार दाने होना (डर्मेटाइटिस हर्पेटिफ़ॉर्मिस)

● पुरुषों और महिलाओं को निसंतानता हो सकती हैं।