Pali शौचालय की सुविधा नहीं, पानी पीने के लिए बोतल खरीदनी पड़ती

Pali शौचालय की सुविधा नहीं, पानी पीने के लिए बोतल खरीदनी पड़ती
 
Pali शौचालय की सुविधा नहीं, पानी पीने के लिए बोतल खरीदनी पड़ती
पाली न्यूज़ डेस्क, पाली  जोधपुर रेल मंडल का बड़ा रेलवे स्टेशन पाली। पाली शहर औद्योगिक नगरी होने के साथ अब संभाग भी बन चुका है। इसके बावजूद इसके रेलवे प्लेटफार्म पर सुविधाओं का विस्तार नहीं किया जा रहा है। हालात यह है कि रेलवे स्टेशन पर शौचालय व यूरिनल तक नहीं है।प्लेटफार्म नबर एक, जिस पर रोजाना अधिकांश रेलगाड़ियों का आवागमन होता है। उस पर केवल एक दिव्यांग शौचालय है। वह भी उपयोग करने योग्य नहीं है। वह इतना गंदा रहता है कि उसमें कोई नहीं जाता। दूसरे शौचालय प्लेटफार्म नबर दो पर बने है, लेकिन वे उपयोग योग्य नहीं है। पुरुषों व महिलाओं के दोनों शौचालय में पानी नहीं है। नल टूटे हुए है। वॉशबेसिन टूटा है। वहीं पश्चिमी तर्ज के टॉयलेट में भी नल नहीं है। वह भी उपयोग करने लायक नहीं है।

नहीं भरा जाता है पानी

रेलवे स्टेशन पर दोनों प्लेटफार्म पर पीने के पानी की प्याऊ है। उनमेें से कई प्याऊ पर लगे नल गायब है। प्लेटफार्म नबर दो बनी प्याऊ में तो पानी आता ही नहीं है। उन पर बनी पानी की टंकियों को रेलकर्मी नहीं भरते है। ऐसे में यात्रियों को मजबूरी में बोतल बंद पानी खरीदना पड़ता है। यात्री हारून ने बताया कि शौचालय व प्याऊ के सुविधा नहीं होने से दिक्कत होती है।

महिलाओं को अधिक परेशानी

रेलवे स्टेशन पर महिला यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी होती है। प्लेटफार्म पर आई महिला मंजू बोहरा व अर्पिता का कहना था कि स्टेशन पर वॉशरूम नहीं है। दिव्यांग वॉशरूम रूम उपयोग योग्य नहीं है। वेटिंग रूम खुला हो तो ही महिलाओं को सुविधा मिल पाती है। उसका उपयोग करने का भी कई बार रेलकर्मी मना करते हैं।

टॉयलेट का निर्माण चल रहा

प्लेटफार्म नबर एक पर एक तरफ टॉयलेट का निर्माण चल रहा है। प्लेटफार्म नबर दो पर तो गाड़ियां कम ही आती है। वहां टॉयलेट कई बार ठीक करवाए, लेकिन लोग तोड़ देते हैं।पाली रेलवे स्टेशन पर पानी के नल, जिनसे पानी नहीं आता। टॉयलेट, जिसके पाइपों से नल गायब है।