Alwar में साइबर ठगों की संपत्ति नहीं ढूंढ पा रही पुलिस

Alwar में साइबर ठगों की संपत्ति नहीं ढूंढ पा रही पुलिस
 
Alwar में साइबर ठगों की संपत्ति नहीं ढूंढ पा रही पुलिस

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत भरतपुर के बाद अलवर में साइबर ठगों के घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जानी है, लेकिन पुलिस साइबर ठगों की संपत्तियों का पता नहीं लगा पा रही है। अलवर में अभी तक पुलिस ने एक भी साइबर ठग की सम्पत्ति को चिन्हित नहीं किया है।राजस्थान के मेवात क्षेत्र अलवर और भरतपुर साइबर फ्रॉड के नेशनल पोर्ट बन चुके हैं। यहां गांव-ढाणियों में साइबर फ्रॉड के कॉल सेंटर चल रहे हैं। जहां बैठकर शातिर ठग देशभर में साइबर ठगी का जाल फेंक रहे हैं और अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।

सरकार ने साइबर ठगों की कमर तोड़ने के लिए मेवात क्षेत्र ऑपरेशन एंटी वायरस शुरू किया है। जिसके तहत अलवर और भरतपुर में साइबर ठगों की धरपकड़ की जा रही है। साथ ही पुलिस को साइबर ठगों द्वारा ठगी की राशि से अर्जित सम्पत्ति का पता लगा उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के निर्देश दिए। भरतपुर जिले में पिछले दिनों आधा दर्जन से ज्यादा साइबर ठगों के मकानों पर बुलडोजर लगाने की कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन अलवर में अभी तक एक भी साइबर ठग के मकान पर बुलडोजर नहीं चलाई गई।

एक महीने में 31 साइबर ठग दबोचे : अलवर जिले में एक जून से ऑपरेशन एंटी वायरस शुरू किया गया था। एक महीने में पुलिस ने 21 केस रजिस्टर्ड करते हुए 31 साइबर ठगों को दबोचा। जिनके कब्जे से 70 मोबाइल, 13 एटीएम, एक एटीएम पोश मशीन और 1.92 लाख रुपए जब्त किए गए। साथ ही 5 हजार 274 फर्जी सिमकार्ड और मोबाइल आईएमईआई नम्बर ब्लॉक कराए गए। ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत अलवर जिले में साइबर ठगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। ऐसे ठगों को चिन्हित किया जा रहा है जिन्होंने ठगी की राशि से सम्पत्ति अर्जित की हो। उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।