राजस्थान हाईकोर्ट के संविदा कर्मी की आत्महत्या मामले में आया नया मोड़, हत्या की आशंका
जयपुर न्यूज़ डेस्क , राजस्थान हाई कोर्ट की जयपुर स्थित बिल्डिंग में शुक्रवार सुबह संविदा कर्मी मनीष कुमार सैनी ने सुसाइड कर लिया. मनीष की आत्महत्या के बाद परिजन मामले की जांच, मुआवजा, आश्रित को सरकारी नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर शव के साथ विरोध करने लगे. करीब 12 घंटे बाद प्रशासन और परिजनों में सहमति बनी. 11 लाख रुपए का मुआवजे और मृतक की पत्नी को बांदीकुई में संविदा पर नौकरी दिए जाने के आश्वासन पर यह सहमति बनी.
मनीष के पिता ने अफसरों पर लगाए गंभीर आरोप
इस बीच बांदीकुई में मृतक के पिता ने एनडीटीवी से बात करते हुए इस मामले में अफसरों पर गंभीर आरोप लगाया है. मृतक के पिता महेश सैनी ने कहा, उसे मरवाने में अफसर का हाथ हो सकता है. और मुझे कुछ भी अंदाजा नहीं है. मालूम हो कि जयपुर में राजस्थान हाई कोर्ट की भवन में शुक्रवार सुबह संविदाकर्मी मनीष कुमार सैनी ने सुसाइड कर लिया था. अशोक नगर थाने की पुलिस ने बिल्डिंग के बी-ब्लॉक में तीसरी मंजिल से मनीष का शव बरामद किया था.
अफसरों के चाल ने मेरे बेटे को मरवायाः पिता
मामले में मनीष के पिता महेश सैनी ने कहा कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वह अपने रास्ते जाता और अपने रास्ते आता था. आज भी हर रोज की तरह सुबह करीब 4 बजे घर से जयपुर के लिए ट्रेन से गया था. हमें करीब 10 बजे मनीष के आत्महत्या की सूचना मिली. ऑफिस के अधिकारियों पर मनीष के पिता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अफसरों के चाल से उसे मरवाया है.
मनीष की नौकरी का केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था
उल्लेखनीय हो कि बांदीकुई का मनीष संविदा पर नौकरी करता था. मनीष नौकरी का केस हाईकोर्ट से जीत चुका था. लेकिन SLP सुप्रीम कोर्ट में लगा रखी थी जिसके चलते वह तनाव था. केस में काफी पैसे खर्च हो गए थे, जिसके चलते भी वह परेशान रहता था. अब मनीष की मौत के बाद पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है.
मनीष के दो छोटे बच्चे, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
मनीष की मौत के बाद उसके परिवार में मातम पसरा है. उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. मनीष की शादी 2019 में हुई थी. बांदीकुई के गोलाडा के समीप गांव निवासी मनीष के 2 बच्चे हैं. एक पुत्र शिवांश उम्र 2 वर्ष और एक पुत्री सुदीक्षा उम्र 4 वर्ष है. अब इन मासूम बच्चों के ऊपर से पिता का साया उठ गया है.
पिता बोले- 2021 से मनीष को नहीं मिली थी सैलरी
मनीष का एक बड़ा भाई है, जो जयपुर में प्राइवेट नौकरी करता है. माता-पिता बीमार रहते हैं. मृतक मनीष सैनी के पिता महेश सैनी ने बताया कि 2021 से मनीष को सैलरी नहीं मिली थी. क्योंकि मनीष की नौकरी का मामला न्यायालय विचाराधीन है. इससे मनीष तनाव में था.