Rajsamand अजब कारनामा, कागजों में एक-दो रूटों पर चल रही बस

Rajsamand अजब कारनामा, कागजों में एक-दो रूटों पर चल रही बस
 
Rajsamand अजब कारनामा, कागजों में एक-दो रूटों पर चल रही बस
राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद राज्य परिवहन निगम की फलोदी आगार की उदयपुर की तरफ आने वाली बस सेवा नाथद्वारा से उदयपुर के बीच एक साथ दो मार्ग पर संचालित है। नाथद्वारा से उदयपुर के बीच एक अस्पताल, देलवाड़ा और कैलाशपुरी के रूप में तीन ठहराव स्टेशन दर्ज हैं, जबकि ये तीनों एक रूट पर नहीं हैं।इनमें से एक निजी अस्पताल कहीं है नहीं। ये मजेरा से मूणवास फोरलेन पर आता है, जबकि देलवाड़ा और कैलाशपुरी स्टेशन की यात्रा करने के लिए मजेरा से फोरलेन छोड़ना पड़ता है। ऐसे में एक ही बस सेवा का तीनों स्टेशन पर गुजरना संभव ही नहीं है, लेकिन फलोदी आगार की नाथद्वारा से उदयपुर की तरफ आने वाली सांयकालीन बस कागज़ों में ऐसा रोज संभव कर रही है। दो दिन पूर्व मजेरा चौराहे से सीधे फोरलेन पर गुजरती इस सेवा के देलवाड़ा की तरफ नहीं मुड़ते देख कस्बे के प्रहलाद सिंह कुम्भावत, युगल किशोर सोनी,राजेश ओदिच्य, लोकेश खटीक आदि ने बस रूकवाकर परिचालक से रूट चार्ट निकलवाया तो रूट में फोरलेन के अस्पताल और अंदर के देलवाड़ा, कैलाशपुरी के स्टेशन को एक साथ देखकर चौंक गए। नागरिकों ने देलवाड़ा, कैलाशपुरी पर ठहराव होने के बावजूद इस रूट पर नहीं आने का उलाहना दिया।

चालक-परिचालक की मिलीभगत से ये स्टेशन दर्ज

कस्बेवासियों ने बताया कि उदयपुर और नाथद्वारा के बीच चौबीस घंटे में पचास से ज्यादा बसें गुजरती है जो पहले वाया देलवाड़ा और कैलाशपुरी होकर गुजरती थी, लेकिन इस रूट पर चलने वाली सेवाओं के चालक परिचालकों ने मिलकर एक निजी अस्पताल नाम का डमी ठहराव दर्ज करवाया। धीरे-धीरे देलवाड़ा, कैलाशपुरी का ठहराव हटाया जा रहा है। निगम के उच्चाधिकारियों को भौगोलिक स्थिति का पता नहीं हैं। वे वे देलवाड़ा, कैलाशपुरी के साथ अस्पताल स्टेशन को भी ठहराव की अनुमति दे रहे हैं। निगम अधिकारियों ने नाथद्वारा से 23 किलोमीटर अस्पताल और 24 किलोमीटर देलवाड़ा दर्ज कर लिया है, जबकि दोनों स्टेशन की एक साथ यात्रा करना संभव ही नहीं है, लेकिन चालक-परिचालक गलत तथ्य पेश कर पहले तो अस्पताल स्टेशन दर्ज कराते हैं और बाद में वहां ठहराव की आड़ में फोरलेन पर सीधे गुजर रहे हैं।