Sirohi 7 साल से जंजीरों में जकड़े भूदाराम का होगा इलाज, जोधपुर भेजा गया
Sirohi 7 साल से जंजीरों में जकड़े भूदाराम का होगा इलाज, जोधपुर भेजा गया
Sep 3, 2024, 17:00 IST
सिरोही न्यूज़ डेस्क, सिरोही एक गरीब परिवार और बेवा के पिछले 7 वर्ष से जंजीरों में जकड़े मानसिक रूप से विक्षिप्त जवान बेटे के इलाज की राह खुल गई है। क्षेत्र के समाजसेवियों और चिकित्सा विभाग के सहयोग से उसे उपचार के लिए एबुलेंस से जोधपुर भेजा है।उल्लेखनीय है कि एक गरीब परिवार और बेवा का जवान बेटा पिछले सात साल से मानसिक रूप से विक्षिप्त होने से मजबूरी में घर में लोहे की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। हाथल निवासी 37 वर्षीय भूदाराम मेघवाल के मानसिक विक्षिप्त होने की जानकारी गांव के समाजसेवी मोटाराम मेघवाल ने जीवन सारथी संस्थान के अध्यक्ष समाजसेवी बलवंत मेघवाल को दी। जिस पर उक्त प्रकरण उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश किया, जिस पर उपखंड अधिकारी ने बीसीएमओ कार्यालय में कार्यवाही के लिए लिखा। ब्लॉक मुय चिकित्सा अधिकारी डॉ एसएस भाटी ने तत्परता दिखाते हुए मानवीयता के नाते जिला मुय चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश कुमार के सहयोग से इलाज के लिए जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर करने को एबुलेंस की व्यवस्था की।
सात साल बाद जंजीरों से खोला
भूदाराम को करीब सात साल बाद जब जंजीरों से खोला तो वह जोर से चिल्लाने लगा।बाद में उसे व्यवस्थित तरीके से बांध कर बड़ी मुश्किल से एबुलेंस में बिठाकर जोधपुर के लिए रवाना किया। साथ में भूदाराम के परिवारजन भी गए। इस अवसर पर जीवन सारथी संस्थान के अध्यक्ष मेघवाल ने कहा कि चिकित्सा प्रशासन ने मानवीय पहल को प्राथमिकता देते हुए तत्काल सहयोग किया।जिसके फलस्वरूप एक मानसिक विक्षिप्त के इलाज की राह खुल गई। एबुलेंस चालक खेतसिंह और धर्मपाल का भी सहयोग रहा। इस अवसर पर संस्थान के प्रहलाद ओड, राहुल जोशी सहित कई लोग उपस्थित रहे।