Jodhpur स्कूलों को मर्ज करने के सरकारी आदेश के खिलाफ छात्रों ने किया प्रदर्शन

Jodhpur स्कूलों को मर्ज करने के सरकारी आदेश के खिलाफ छात्रों ने किया प्रदर्शन
 
Jodhpur स्कूलों को मर्ज करने के सरकारी आदेश के खिलाफ छात्रों ने किया प्रदर्शन
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर  में 42 साल पहले शुरू हुई स्कूल को राजस्थान सरकार के मर्ज करने के आदेश के विरोध में छात्राएं सड़क पर उतर गई। इसके चलते सड़क पर ढाई घंटे घंटे जाम लग गया। विरोध इतना बढ़ा कि छात्राएं समझाइश करने आई पुलिस के 112 वाहन पर बैठ गई और नारेबाजी की।इस दौरान प्रदर्शन में बाहरी युवकों के आने से व्यवस्था बिगड़ गई। युवकों ने पुलिस की वर्दी फाड़ने का प्रयास भी किया। छात्राएं भी उग्र हो गई। मामले में मौके पर मौजूद ACP रविंद्र बोथरा की नेम प्लेट टूट गई। मामला बढ़ता देख सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्राओं को आश्वासन दिया।मामला जोधपुर के प्रताप नगर थाना इलाके की राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का शाम 4 बजे का है। छात्राएं प्रताप नगर इलाके की कायलाना रोड पर प्रदर्शन के लिए उतरीं थीं।

राज्य की 450 स्कूलें मर्ज हुईं

बता दें कि 7 जनवरी 2025 और 16 जनवरी देर रात आए आदेशों में राजस्थान की कुल 450 स्कूलों को मर्ज किया गया है। इसमें जोधपुर की 28 स्कूलों के नाम थे। कम नामांकन वाली जोधपुर की 2, सीनियर सेकेंडरी स्कूल में चला रहा प्राइमरी स्कूल 3 और जीरो नामांकन वाले प्राइमरी-अपर प्राइमरी 23 को मर्ज किया गया है। इसी मामले को लेकर छात्राओं ने मंगलवार को जोधपुर में प्रदर्शन किया।मामले को लेकर ACP रविंद्र बोथरा ने बताया कि प्रदर्शन की सूचना मिली थी। पहुंचे तो छात्राओं ने स्कूल मर्ज नहीं करने की बात कही। इसके बाद समझाइश कर मामला शांत करवाया। नेम प्लेट टूटने के सवाल पर बोले कि प्रदर्शन था भीड़ में धक्का-मुक्की के कारण टूट गई। विवाद जैसा कुछ नहीं है।

प्रिंसिपल संतोष चौहान ने बताया कि आदेश आने के बाद मर्ज करने की तैयारियां थी। छात्राओं ने विरोध किया है। यहां पहली पारी 7:30 बजे से 12:30 बजे तक चलती है, इसमें गर्ल्स और बॉयज दोनों ही पढ़ते हैं। जबकि गर्ल्स स्कूल की दूसरी पारी 12:30 से 5:30 बजे तक चलती है। पहली पारी में कुल स्टूडेंट 510 है। जिनमें 125 लड़कियां हैं।

42 साल पहले शुरू हुई थी

छात्राओं ने बताया- राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रताप नगर को इसी कैंपस में चल रहे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मर्ज कर दिया गया है। स्कूल 42 साल पहले शुरू हुई थी। हमारा प्रदर्शन इसलिए है कि स्कूल को मर्ज नहीं किया जाना चाहिए। वहीं कई पैरेंट्स का भी कहना था कि वे बालिकाओं को बॉयज स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते हैं।

कायलाना की तरफ लगा जाम

बता दें कि छात्राओं ने स्कूल ड्रेस में ही सड़क पर ही प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके चलते कायलाना की तरफ से आने वाले मार्ग पर जाम लग गया। प्रदर्शन के दौरान छात्राएं पुलिस की जीप पर बैठ गई। इस दौरान पुलिस ने मौके पर खड़े तीन चार युवकों को पकड़कर थाने ले आई। हालांकि, बाद में विरोध के बाद उन्हें छोड़ दिया। इधर मौके पर सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी भी पहुंचे। बाद में पुलिस ने समझाइश कर जाम खुलवाया।