Pali इमारतों के भंवर में फंसा है भविष्य, कहां पढ़ेंगे बच्चे?

Pali इमारतों के भंवर में फंसा है भविष्य, कहां पढ़ेंगे बच्चे?
 
Pali इमारतों के भंवर में फंसा है भविष्य, कहां पढ़ेंगे बच्चे?

पाली न्यूज़ डेस्क, पाली में केन्द्रीय विद्यालय खुलने के बाद से उसमें 400 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश ले चुके हैं। उनमें से इस साल कक्षा दसवीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का इस स्कूल में यह अंतिम वर्ष हो सकता है। उनको ग्यारहवीं कक्षा में अन्य स्कूल में प्रवेश लेना पड़ सकता है। इसमे दोषी है केन्द्रीय विद्यालय के रामासिया में नए भवन का निर्माण करने वाले। उनके मंथर गति से कार्य करने के कारण इस साल नया सत्र शुरू होने तक भी भवन पूरा होने की आस नहीं है। बांगड़ स्कूल परिसर में चल रहे स्कूल के भवन में ग्यारहवीं कक्षा शुरू करने के लिए कक्ष नहीं है। अभी भी वहां लोहे की चद्दरों से बने कक्षों में अध्ययन करवाया जा रहा है।

यह है सबसे बड़ा संकट

केन्द्रीय विद्यालय में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के तहत अध्ययन करवाया जाता है। उसके नियमानुसार स्वयं का भवन नहीं होने तक कक्षा ग्यारहवीं शुरू करने की स्वीकृति नहीं दी जाती है। पाली का केन्द्रीय विद्यालय इस समय बांगड़ स्कूल परिसर में चल रहा है। उसका स्वयं का भवन रामासिया में निर्माणाधीन है।

तीन भाग में बनना है भवन

केन्द्रीय विद्यालय के नए भवन में तीन ब्लॉक ए, बी व सी होंगे। जिनमें क्रमश: प्राइमरी, सैकण्डरी व सीनियर सैकण्डरी की कक्षाएं संचालित की जानी हैं। इसके साथ ही एक 487.97 स्क्वायर मीटर का एक मल्टी परपज हॉल तैयार किया जाना है। जिसमें विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधियां करवाने के साथ कार्यक्रम आयोजित किए जा सके। इसके साथ ही आर्ट कक्ष, लेबोरेट्री, कम्प्यूटर कक्ष, एनसीसी कक्ष, स्टाफ रूम, वर्कशॉप स्थल, मेडिकल रूम आदि का भी निर्माण करवाया जाना है।

पिछले साल जुलाई में पूरा करने को कहा था

केन्द्रीय विद्यालय के भवन का निर्माण पिछले साल वर्ष 2023 ही करीब 60 प्रतिशत पूरा हो गया था। उस समय भवन का निर्माण अप्रेल या जुलाई तक पूरा कर सौंपना था। इससे सत्र 2024 में ही कक्षाएं नए भवन में शुरू की जा सकें। वहां हर कक्षा में दो सेक्शन बनाने हैं, लेकिन भवन का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है।