राजस्थान के इस भाजपा विधायक ने बांटे पूर्व CM की फोटो लगे पट्‌टे, वीडियो में जाने वजह

राजस्थान में भजनलाल सरकार बने 6 महीने का वक्त बीत चुका है, नई सरकार बनने के समय से कांग्रेस राज में शुरू हुए पट्टा वितरण पर रोक लगी हुई है। इसके बावजूद आज भी भजनलाल सरकार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर लगे पट्टे जारी कर रही है........
 
राजस्थान के इस भाजपा विधायक ने बांटे पूर्व CM की फोटो लगे पट्‌टे, वीडियो में जाने वजह

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! राजस्थान में भजनलाल सरकार बने 6 महीने का वक्त बीत चुका है,  नई सरकार बनने के समय से कांग्रेस राज में शुरू हुए पट्टा वितरण पर रोक लगी हुई है। इसके बावजूद आज भी भजनलाल सरकार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर लगे पट्टे जारी कर रही है।

 

6 जुलाई को जयपुर नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर ने बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में जनता को ये पट्टे बांटे। मामला सामने आने के बाद स्वायत्त शासन विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है।  कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद को भी नहीं बुलाया गया. भाजपा विधायक गोपाल शर्मा की मौजूदगी में महापौर मुनेश गुर्जर ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फोटो वाली पट्टियों का विमोचन किया. इस कार्यक्रम में करीब 22 लोगों को लाइसेंस जारी किया जाना था. इनमें से केवल 18 लोग ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कई पट्टों पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर मौजूद थी.

इसकी जानकारी जैसे ही निगम अधिकारियों को हुई तो उन्होंने फिर से हितग्राहियों से पट्टा सुधार के लिए कहना शुरू कर दिया। लेकिन रोक के बावजूद इस तरह गुपचुप तरीके से पट्टे बांटने से मेयर मुनेश गुर्जर सहित निगम अधिकारियों के लिए भी परेशानी खड़ी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, 4 से 5 ऐसी पट्टियां बांटी गईं, जिन पर अशोक गहलोत की फोटो थी.

मंत्री ने कहा- दोषियों पर होगी कार्रवाई

स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि जयपुर नगर निगम हैरिटेज में कांग्रेस मेयर ने अशोक गहलोत की तस्वीर वाली पट्टिकाएं जारी की हैं. यह शिकायत मेरे पास भी पहुंची है। इस पूरी प्रक्रिया की जांच की जा रही है. मेयर समेत कोई भी अधिकारी इसका दोषी होगा. उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. क्योंकि ये उनकी सामूहिक जिम्मेदारी थी. खर्रा ने कहा कि पिछले कांग्रेस शासनकाल में शुरू हुआ पट्टों का वितरण फिलहाल रुका हुआ है. क्योंकि उन्हें गड़बड़ी की काफी शिकायतें मिल रही थीं. ऐसे में विधानसभा सत्र के बाद पूरी प्रक्रिया की समीक्षा की जाएगी और नई गाइडलाइन जारी की जाएगी. पट्टे इतनी जल्दी क्यों जारी किये गये? इसकी भी जांच की जायेगी.